टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (टीएमसीवी) की लिस्टिंग धमाकेदार रही। 12 नंवबर को शेयर 28 फीसदी प्रीमियम के साथ 335 रुपये पर लिस्ट हुए। टीएमसीवी के शेयर की इंप्लॉयड वैल्यू (डीमर्जर के वक्त टीएमसीवी की residual value) 260 रुपये थी। टाटा मोटर्स डीमर्ज हो गई है। इसका बिजनेस दो हिस्सों (कंपनियों)-पैसेंजर व्हीकल्स और कमर्शियल व्हीकल्स में बंट गया है। कमर्शियल व्हीकल्स कंपनी (टीएमसीवी) के शेयर 12 नवंबर को लिस्ट हो गए। शानदार लिस्टिंग के बाद सवाल यह है कि क्या इनवेस्टर्स को इस शेयर में प्रॉफिट बुक करना चाहिए या इसे होल्ड करना चाहिए?
कमर्शियल व्हीकल्स की डिमांड बढ़ने की उम्मीद
पिछले साल सुस्त डिमांड के बाद अब कमर्शियल व्हीकल्स इंडस्ट्री में रौनक लौट रही है। फ्रेट एक्टिविटी बढ़ रही है। कमोडिटी की कीमतों में नरमी है। जीएसटी 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी पर आ जाने से डिमांड बढ़ने के आसार हैं। फ्लीट रिप्लेसमेंट साइकिल और लॉजिस्टिक्स एंड कंस्ट्रक्शन सेक्टर से डिमांड आने की उम्मीद है। इससे FY26 की दूसरी छमाही कमर्शियल व्हीकल सेक्टर के लिए अच्छी रह सकती है।
कमर्शियल व्हीकल्स इंडस्ट्री में 36% मार्केट शेयर
कमर्शियल व्हीकल्स इंडस्ट्री में Tata Motors Commercial Vehicles (TMCL) की मजबूत पोजीशन है। इसका मार्केट शेयर 36 फीसदी है। यह कमर्शियल व्हीकल्स बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। Iveco के अधिग्रहण से कंपनी को नए मार्केट्स में बिजनेस का विस्तार करने में आसानी होगी। इनमें यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और उत्तर अमेरिका शामिल हैं। इन मार्केट्स में अभी टीएमसीएल की ज्यादा मौजूदगी नहीं है। इन मार्केट्स में बिजनेस के विस्तार से घरेलू मार्केट पर कंपनी की निर्भरता कम होगी।
शेयरों में शॉर्ट टर्म में ज्यादा तेजी के आसार नहीं
अगर टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स और टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स की तुलना की जाए तो टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स ज्यादा अट्रैक्टिव दिखती है। कमर्शियल व्हीकल्स इंडस्ट्रीज में इसकी पोजीशन काफी मजबूत है। हालांकि, शानदार लिस्टिंग के बाद इनवेस्टर्स को शेयरों की मौजूदा कीमतों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। कंपनी से जुड़ी अच्छी बातों का असर शेयर पर पहले ही पड़ चुका है। ऐसे में शॉर्ट टर्म में इस शेयर में तेजी की सीमित संभावना दिखती है।
मीडियम टर्म में दिख सकती है अच्छी ग्रोथ
टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के शेयरों का प्रदर्शन मीडियम टर्म में बेहतर रह सकता है। इंडिया की जीडीपी ग्रोथ अच्छी है, जिससे कमर्शियल व्हीकल्स की डिमांड अच्छी रहने की उम्मीद है। एक्सपोर्ट के लिहाज से भी कंपनी के लिए अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं। इससे कंपनी की वॉल्यूम बढ़ने की उम्मीद है। इसका पॉजिटिव असर मार्जिन पर भी पड़ेगा। हालांकि, अमेरिकी टैरिफ का असर एक्सपोर्ट पर पड़ा है। शॉर्ट टर्म में कमर्शिल व्हीकल्स की डिमांड पर भी इसका असर पड़ सकता है।
ऐसे इनवेस्टर्स जिनके पास पहले से टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स (TMCL) के शेयर हैं, वे इसे होल्ड कर सकते हैं। मौजूदा कीमत पर शेयरों में निवेश बढ़ाने की सलाह नहीं है। इनवेस्टर्स शेयरों में निवेश बढ़ाने के लिए कीमतों में नरमी आने का इंतजार कर सकते हैं। आगे कंपनी की अर्निंग्स ग्रोथ को लेकर भी तस्वीर साफ होने की उम्मीद है। 13 नवंबर को टीएमसीआईल के शेयर 1.24 फीसदी गिरकर 325 रुपये पर चल रहे थे।