लिस्टिंग के बाद Tata Motors CV के मैनेजमेंट ने कहा, न्यू टेक्नोलॉजी और EV सेगमेंट पर फोकस, नए प्लांट के विस्तार पर होगा निवश

Tata Motors CV Business listing : कंपनी का कहना है कि उसके इस कदम से कारोबार में पारदर्शिता बढ़ेगी और निवेशकों को बेहतर वैल्यू हासिल होगी। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि इस डिमर्जर से टाटा मोटर्स अपने दोनों सेगमेंट, कमर्शियल और पैसेंजर पर अलग-अलग फोकस कर सकेगी

अपडेटेड Nov 12, 2025 पर 12:30 PM
Story continues below Advertisement
Tata Motors CV Business news:टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल व्हीकल और पैसेंजर व्हीकल कारोबार को अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विभाजित कर दिया है। इस डिमर्जर के लिए शेयरों के आबंटन की रिकॉर्ड तिथि 1 मार्च, 2024 तय की गई है

Tata Motors CV Business news : डीमर्जर के बाद आज टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल की लिस्टिंग हुई है। NSE पर यह 335 रुपए प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है। वहीं,BSE पर इसकी लिस्टिंग 330.25 रुपए प्रति शेयर पर हुई है। लिस्टिंग के बाद टाटा मोटर्स के MD & CEO गिरीश वाघ ने कहा कि टाटा मोटर्स CV की लिस्टिंग एक ऐतिहासिक दिन है। देश के इंफ्रा विकास में TMCL का बड़ा योगदान है। लिस्टिंग से कंपनी का शार्पर फोकस मिलेगा और शेयरहोल्डर्स के लिए ज्यादा वैल्यू अनलॉक होगी। उन्होंनें आगे कहा कि GST कटौती के बाद छोटी CV की डिमांड बढ़ी है। गुड्स में कंजम्पशन ग्रोथ से ट्रांसपोर्टेशन बढ़ा है।

गिरीश वाघ का मानना है कि दूसरी छमाही में HCV & MCV व्हीकल बिक्री में सुधार आएगा। वित्त वर्ष 2026 में कंपनी की आय में 2-4 फीसदी ग्रोथ रहने की उम्मीद है। आगे न्यू टेक्नोलॉजी और EV सेगमेंट पर कंपनी का फोकस होगा। उन्होंने बताया कि नए प्लांट के विस्तार पर भी निवश किया जाएगा।

 टाटा मोटर्स डीमर्जर


बताते चलें कि टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल व्हीकल (CV) और पैसेंजर व्हीकल (PV) कारोबार को अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विभाजित कर दिया। इस डिमर्जर के लिए शेयरों के आबंटन की रिकॉर्ड तिथि 1 मार्च, 2024 तय की गई है। शेयरधारकों को प्रत्येक टाटा मोटर्स शेयर के लिए सीवी और पीवी व्यवसायों में से प्रत्येक में एक शेयर मिलेगा। इस डिमर्जर का मतलब है कि अब टाटा मोटर्स के पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल कारोबार अलग-अलग कंपनियों के रूप में शेयर बाजार में दिखेंगे,यानी अब टाटा मोटर्स के पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल कारोबार अलग-अलग कंपनियों के रूप में ट्रेड करेंगे। टाटा मोटर्स के बोर्ड ने इस डीमर्जर को अगस्त 2024 में मंजूरी दी थी। कंपनी ने इस बारे में घोषणा सबसे पहले साल 2023 में की थी।

कंपनी का कहना है कि उसके इस कदम से कारोबार में पारदर्शिता बढ़ेगी और निवेशकों को बेहतर वैल्यू हासिल होगी। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि इस डिमर्जर से टाटा मोटर्स अपने दोनों सेगमेंट, कमर्शियल और पैसेंजर पर अलग-अलग फोकस कर सकेगी। यह डिमर्जर भारतीय ऑटो सेक्टर के लिए एक बड़ा कदम है और इससे लंबी अवधि में शेयरहोल्डर्स को फायदा होगा।

 

Adani Enterprises लाएगी ₹25000 करोड़ का राइट्स इश्यू, शेयर 6% तक उछला

 

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

 

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।