Technical View: शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला इस हफ्ते भी जारी रहा। इस हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 1906.01 अंक या 2.39 फीसदी की गिरावट के साथ 77,580.31 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 615.5 अंक या 2.5 फीसदी टूटकर 23532.70 पर आ गया। मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स की बात करें तो इसमें 4-4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। FII की लगातार बिकवाली, भारतीय कंपनियों के सुस्त नतीजे और बढ़ती महंगाई की चिंता के बीच शेयर बाजार में दबाव बना हुआ है। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 3.9 फीसदी, बीएसई स्मॉलकैप में 4.6 फीसदी और बीएसई लार्जकैप इंडेक्स में 2.6 फीसदी की गिरावट आई है।
अलग-अलग सेक्टोरल इंडेक्स का प्रदर्शन
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी मेटल और पीएसयू बैंक इंडेक्स में 5 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। वहीं, निफ्टी FMCG और हेल्थकेयर इंडेक्स में 4 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई। निफ्टी ऑटो और ऑयल एंड गैस इंडेक्स करीब 4 फीसदी टूट गए। हालांकि, निफ्टी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडेक्स में करीब 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FII) ने इस हफ्ते भी अपनी बिकवाली जारी रखी और उन्होंने 9683.64 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। दूसरी ओर, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (DII) ने भी अपनी खरीददारी जारी रखी और उन्होंने 12508.14 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
कोटक सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट-टेक्निकल रिसर्च अमोल अठावले ने कहा, "इस छोटे हफ्ते में बेंचमार्क इंडेक्स में तेज गिरावट देखी गई, निफ्टी 2.45 फीसदी नीचे बंद हुआ जबकि सेंसेक्स करीब 2000 अंक नीचे आ गया। सेक्टर्स में लगभग सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स ने उच्च स्तरों पर प्रॉफिट बुकिंग दर्ज की, लेकिन मेटल इंडेक्स में सबसे अधिक गिरावट आई, जो 5 फीसदी से अधिक थी। सप्ताह के दौरान बाजार 24000/79000 से नीचे फिसल गया और ब्रेकडाउन के बाद बिक्री का दबाव बढ़ गया। टेक्निकल की बात करें तो वीकली चार्ट पर इसने लॉन्ग बियरिश कैंडल बनाई है और डेली चार्ट पर यह लोअर टॉप फॉर्मेशन बना हुआ है, जो काफी हद तक नेगेटिव है।"
Nifty-Sensex के लिए ये हैं अहम लेवल
उन्होंने आगे कहा, "हमारा मानना है कि मौजूदा बाजार की बनावट कमजोर है, लेकिन ओवरसोल्ड है। अब पोजिशनल ट्रेडर्स के लिए 200 दिन का 200 या 23500/77400 (सिंपल मूविंग एवरेज) एक सपोर्ट जोन के रूप में कार्य करेगा। इसके ऊपर, हम एक क्विक टेक्निकल पुलबैक रैली की उम्मीद कर सकते हैं। हायर साइड पर बाजार 23800-24000/78500-79000 तक वापस उछल सकता है। हालांकि, 23500/77400 से गिरावट आगे की कमजोरी को ट्रिगर कर सकती है। जिसके नीचे, यह 23300-23200/77000-76600 तक फिसल सकता है।"
Bank Nifty पर ये है एक्सपर्ट्स की राय
उन्होंने कहा, "बैंक निफ्टी ट्रेडर्स के लिए भी 200 डे SMA या 49750 मुख्य सपोर्ट जोन होगा। अगर यह इससे ऊपर बना रहता है, तो यह 50900-51200 तक बढ़ सकता है। हालांकि, 49750 या 200 डे SMA से नीचे सेंटीमेंट बदल सकती है। इसके नीचे यह 49300-49000 तक फिसल सकता है। शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को सतर्क रहना चाहिए और बहुत सेलेक्टिव होना चाहिए क्योंकि निचले स्तरों पर फंसने का जोखिम है।"
BSE स्मॉल-कैप इंडेक्स में 4.6 फीसदी की गिरावट आई, जिसमें कोपरान, ग्लोबस स्पिरिट्स, एंटनी वेस्ट हैंडलिंग सेल, एडवांस्ड एंजाइम टेक्नोलॉजीज, बीएएसएफ इंडिया, धर्मज क्रॉप गार्ड, पुरवणकारा, इंसेक्टिसाइड्स इंडिया, आईएफजीएल रिफ्रैक्टरीज, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, विष्णु केमिकल्स, हिताची एनर्जी इंडिया, टेक्नोक्राफ्ट इंडस्ट्रीज (इंडिया), सी. ई. इंफो सिस्टम्स (मैपमाईइंडिया), रोटो पंप्स, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टीफायर्स इंडिया शामिल हैं।
दूसरी ओर, पिक्स ट्रांसमिशन, जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स, सास्केन टेक्नोलॉजीज, नलवा संस इन्वेस्टमेंट, शंकरा बिल्डिंग प्रोडक्ट्स, न्यूलैंड लैबोरेटरीज, बैंको प्रोडक्ट्स (इंडिया), डिशमैन कार्बोजेन एमसिस में 12-28 फीसदी तक की तेजी आई।
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