मंगलवार से टेलीकॉम सेवाएं आपके लिए बेहतर हो सकती है। कॉल ड्राप और अनचाही कॉल्स से जुड़े ट्राई के 2 नए नियम 1 अक्टूबर से लागू होंगे। किस तरह से उपभोक्ता को इससे फायदा होगा यब बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने बताया कि अब टेलीकॉम सेवाएं पहले से बेहतर होंगी। कॉल ड्राप और अनचाही कॉल्स पर रोक लगेगी। ट्राई के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू होंगे।
असीम मनचंदा ने बताया कि 10 साल के बाद क्वालिटी ऑफ सर्विस नियमों में बदलाव होने जा रहा है। नए नियमों के तहत अब टेलीकॉम सेवाएं खराब होने पर कंपनियों पर 5,000 रुपए से 10 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। सेवाओं की गुणवत्ता सही नहीं होने पर 1 लाख तक रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। कंपनियों को अनचाही कॉल्स से जुड़े फिल्टर भी एक्टिवेट करने होंगे। अनचाही कॉल करने वाली कंपनी 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट की जा सकती हैं।
टेलीकॉम नियमों में 1 अक्टूबर से हो रहे बदलाव के चलते यूजर्स को कई मामलों में सहुलियत मिलेगी। अब जानना आसान हो जाएगा कि उनके इलाके में टेलीकॉम कंपनी कौन-सी सर्विस प्रदान कर रही है। अब तक अपने इलाके में नेटवर्क की उपलब्धता पता करने में खूब मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि अब सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपनी वेबसाइट पर बताना होगा कि वह किस इलाके में कौन-सी सर्विस दे रही है।
एयरटेल-जियो और वीआई समेत सभी कंपनियों के लिए नियम को एक अक्टूबर से अनिवार्य हो जाएगा। ऐसा होने से आम यूजर्स को फायदा होगा। वह अपने हिसाब से नेटवर्क चुन पाएंगे। सिर्फ थोड़ी सी मेहनत करके आपको पता लग जाएगा कि आपके इलाके में 2G,3G,4G या 5G कौन-सी सर्विस सबसे बेहतर है।
नए नियमों के तहत मैसेज भेजने के लिए 'Whitelist' में शामिल होना जरुरी होगा। 'Whitelist' में शामिल नहीं रहने वाली कंपनियों को ब्लॉक करना होगा। अभी तक 3,000 कंपनियां 'Whitelist' हुई हैं। इस नियम का आपके OTP पर असर हो सकता है। जो कंपनियां आपकी 'Whitelist' में शामिल नहीं होंगी उनका मैसेज नहीं आएगा। 70,000 मैसेज टेम्पलेट लिस्ट में शामिल हैं।