शेयरों में तेजी सामान्य बात है। लेकिन, जब इसकी कोई वजह नहीं दिखाई दे तो यह तेजी खास हो जाती है। कई बार तो कंपनी को खुद इस बारे में पता नहीं होता। प्रीमियर पॉलीफिल्म ऐसी ही एक कंपनी है। यह स्मॉलकैप स्टॉक है, जिसकी कीमतों में पिछले हफ्ते 45 फीसदी उछाल आया। इसमें ट्रेडिंग वॉल्यूम 30 दिन के औसत वॉल्यूम का 33 गुना हो गया। यह स्टॉक 4 अक्टूबर को 105 रुपये पर बंद हुआ था। 12 अक्टूबर को इसका प्राइस 153.60 रुपये पहुंच गया। बीएसई ने इस बारे में कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है। कंपनी ने भी जांच की मांग की है। कंपनी ने इस बारे में BSE को एक लेटर लिखा है। इसमें उसने कहा है कि हम शेयरों की कीमतों और वॉल्यूम में अचानक आए उछाल की जांच का आग्रह करते हैं। कंपनी ने बीएसई से अपने स्तर पर मामले की जांच करने को कहा है। उसने यह भी कहा है कि बीएसई जांच के आधार पर इस मामले में कार्रवाई कर सकता है।
कंपनी ने खुद मामलें की जांच की मांग की
कंपनी ने यह भी कहा है कि इस बारे में वह किसी तरह का बयान देने नहीं जा रही है। स्मॉल और माइक्रो-कैप शेयरों में कई बार बगैर किसी वजह के तेज उछाल दिखता है। यहीं वजह है कि हाल में सेबी ने इन शेयरों को भी ASM कैटेगरी में डालने का ऐलान किया है। लेकिन, यह मामला इसलिए अलग है, क्योंकि खुद कंपनी ने अपने शेयरों में आई तेजी की जांच करने का आग्रह किया है।
जांच से प्रमोटर्स और इनवेस्टर्स को होगा फायदा
Premier Polyfilm ने कहा है कि इस मामले की जांच इनवेस्टर्स और प्रमोटर्स के हित में होगी। अगर जांच में ऐसी कोई गड़बड़ी पाई जाती है, जिससे इनवेस्टर्स या कंपनी के हितों को नुकसान हो सकता है तो हमें इस बारे में बताया जाए। इस कंपनी की वैल्यूएशन करीब 330 करोड़ रुपये है। यह कंपनी पीवीसी फ्लोरिंग, शीट्स, फ्लेक्सिबल फिल्म, कैलेंडर लेदर क्लॉथ आदि बनाती है। इनका इस्तेमाल कई तरह की इंडस्ट्री में होता है।
ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी उछाल
बीएसई के डेटा के मुताबिक, इस कंपनी के शेयरों में एक महीना का एवरेज ट्रेडिंग वॉल्यूम 2,451 करोड़ रुपये है। यह 9 अक्टूबर को बढ़कर 81,285 करोड़ रुपये हो गया। शेयर की कीमत 20 फीसदी बढ़कर 138.85 रुपये हो गई। अगले दिन वॉल्यूम घटकर 56,227 पर आ गया। लेकिन, स्टॉक में और 4 फीसदी की तेजी आई। 11 अक्टूबर को यह स्टॉक 4 फीसदी नीचे बंद हुआ, लेकिन वॉल्यूम 9,752 करोड़ रुपये रहा। आम तौर पर किसी शेयर में अचानक आए उछाल पर स्टॉक एक्सचेंज कंपनी से स्पष्टीकरण मांगते हैं।