अब सरकार बस और ट्रकों को और सुरक्षित करने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम को लगाना जरूरी कर सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स में सूत्रों के हवाले से दी गई जानकारी के मुताबिक अब ट्रकों और बसों में इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम लगाना जरूरी हो सकता है। ट्रकों और बसों को ADAS, AEBS और ESC सिस्टम से लैस करने की तैयारी है। सरकार का जोर बड़े कमर्शियल वाहनों में सेफ्टी फीचर्स बढ़ाने पर है।
ET को ,सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबित ट्रांसपोर्ट मंत्रालय इस पर नया प्रस्ताव तैयार कर रहा है। नियमों में बदलाव के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन आ सकता है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये नियम लागू होने पर ट्रक और बस बनाने वाली कंपनियों की लागत बढ़ जाएगी। ये सेफ्टी सिस्टम लगाने पर खर्च बढ़ जाएगा। सूत्रों के मुताबिक ट्रकों और बसों को ADAS, AEBS और ESC सिस्टम से लैस करना 2026 का अनिवार्य किया जा सकता है। सरकार जल्द ही ADAS सिस्टम के अनिवार्य करने के लिए बहुत जल्द ही मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव कर सकती है।
ब्रोकरेज का कहना है कि AEBS सिस्टम लगाने पर प्रति वाहन खर्च में 30,000 रुपए की बढ़त होगी। वहीं, ESC सिस्टम लगाने पर प्रति वाहन खर्च में 20,000 रुपए की बढ़त होगी। जबकि, EBS सिस्टम लगाने पर प्रति वाहन खर्च में 30,000 रुपए की बढ़त होगी। वहीं, ADAS अलर्ट लगाने पर प्रति वाहन 10,000-20,000 रुपए का खर्च बढ़ जाएगा। इस तरह देखें तो इन सभी एडिशनल सिस्टमों को लगवाने के लिए प्रति ट्रक या बस 50-60 हजार रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे।
बता दें कि भारत में ZF कमर्शियल नाम की एक कंपनी है जो ये सारे सिस्टम बनाती है। ब्रोकर नोट और इस खबर के बाद आज इस शेयर में 6-7 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। इस खबर के चलते आगे ZF कमर्शियल को फायदा हो सकता है। फिलहाल ये शेयर 1 बजे के आसपास 722.40 रुपए यानी 6.02 फीसदी की तेजी के साथ 12716 रुपए के आसपास कारोबार कर है। आज का इसका दिन का हाई 12,850 रुपए है। शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम 116,414 स्टॉक और मार्केट कैप 24,159 करोड़ रुपए है।