Trade Setup for February 3: पिछले चार कारोबारी सत्रों में लगातार तेजी के बाद संसद में केंद्रीय बजट 2025 के दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। एक फरवरी को BSE सेंसेक्स 0.01 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 77,505.96 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 0.11 फीसदी टूटकर 23,482.15 के लेवल पर आ गया। बाजार ने तीन हफ्तों की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया और इस हफ्ते पॉजिटिव घरेलू संकेतों के बीच 1.5 फीसदी से अधिक की बढ़त हासिल की।
बजट डे पर कैसा रहा मार्केट का रिएक्शन?
एक फरवरी को बजट के बीच कंजप्शन स्टॉक्स में मजबूत रैली देखी गई। इसमें निफ्टी FMCG और Tourism इंडेक्स टॉप गेनर रहे। दूसरी ओर कैपेक्स से संबंधित शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, जिसमें डिफेंस, PSU और कैपिटल गुड्स इंडेक्स 3% से अधिक टूट गए। इस बीच, प्रस्तावित टैक्स रिबेट के कारण ऑटो शेयरों में तेजी आई, जिससे निफ्टी ऑटो इंडेक्स करीब 2% की बढ़त के साथ बंद हुआ।
अब आगे निवेशकों की नजर कॉर्पोरेट अर्निंग और RBI MPC मीटिंग पर होगी। जल्द ही भारती एयरटेल, आईटीसी, टाइटन, हीरो मोटोकॉर्प और M&M सहित अन्य कंपनियां दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। इसके अलावा, FII फ्लो, हाई फ्रीक्वेंसी वाले इकोनॉमिक डेटा और ग्लोबल संकेत प्रमुख फैक्टर बने रहेंगे। शनिवार को विदेशी निवेशक कैश मार्केट में नेट सेलर बन गए, जबकि घरेलू निवेशक शुद्ध खरीदार बने रहे।
Nifty के लिए अब ये लेवल होंगे अहम
HDFC सिक्योरिटीज के नगराज शेट्टी के अनुसार, निफ्टी का मौलिक रुझान पॉजिटिव बना हुआ है, लेकिन बाजार 23500-23600 स्तरों पर कड़े रेजिस्टेंस का सामना कर रहा है। अगर निफ्टी इस स्तर को निर्णायक रूप से पार कर लेता है, तो यह निकट भविष्य में 24000 की ओर बढ़ सकता है। वहीं, इमिडिएट सपोर्ट 23300 के स्तर पर मौजूद है।
LKP सिक्योरिटीज के रूपक डे ने कहा कि बजट सत्र के दौरान निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। डेली चार्ट पर एक छोटी बॉडी वाली कैंडल बनी है, जो अनिश्चितता को दिखाती है। निफ्टी को 23280 के स्तर पर सपोर्ट प्राप्त है, और जब तक यह इससे ऊपर बना रहता है, तब तक रुझान पॉजिटिव रह सकता है। ऊपरी स्तर पर निफ्टी 23,700-24,000 तक जा सकता है। हालांकि, अगर यह 23,280 के नीचे गिरता है, तो बाजार में घबराहट बढ़ सकती है।
एंजेल वन के ओशो कृष्णन ने कहा, "टेक्निकल की बात करें तो निफ्टी के लिए 20 DEMA (डेली एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) का 23400 - 23350 स्तर इमिडिएट सपोर्ट के रूप में काम करेगा। अगर इसमें कोई गिरावट आती है, तो 23100 - 22800 प्रमुख सपोर्ट जोन होंगे। वहीं, ऊपर की ओर, 23670-23700 के आसपास 50 DEMA और 23800 - 24000 के आसपास ‘फ़ॉलिंग वेज’ का ऊपरी बैंड आगामी अवधि में प्रमुख रेजिस्टेंस लेवल के रूप में काम करने की संभावना है।"
रिलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि अगर निफ्टी 23,650 के ऊपर निर्णायक रूप से जाता है, तो यह 23,900–24,200 के ज़ोन तक रिकवरी का रास्ता खोल सकता है। वहीं, नीचे की ओर 23,000–23,300 का सपोर्ट लेवल बने रहना बेहद अहम होगा।
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