हफ्ते के बीच में एक दिन की छुट्टी के बाद शेयर बाजार में 3 अक्टूबर को कारोबार की शुरुआत होगी। शेयर बाजार में मिडिल ईस्ट में चल रहे भूराजनीतिक तनाव और अमेरिकी शेयर बाजार के पिछले दिनों के ट्रेंड का असर देखने को मिल सकता है। मौजूदा हालात में बढ़ते भूराजनीतिक तनाव की वजह से जेफरीज के क्रिस वुड ने भारत को लेकर वेटेज कम कर दी है, जबकि चीन को लेकर वेटेज बढ़ा दिया है। उन्होंने भूराजनीतिक तनाव को शेयर बाजार के लिए फिलहाल सबसे बड़ा जोखिम बताया है।
निफ्टी ने 1 अक्टूबर को गिरावट की दिशा में अहम लेवल छू लिया जो 25,750 है। बाद में सूचकांक इस लेवल से ऊपर बंद हुआ। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह निफ्टी के लिए अहम लेवल हो सकता है और अगर सूचकांक इससे नीचे जाता है, तो गिरावट तेज हो सकती है। 1 अक्टूबर को निफ्टी सूचकांक 25,739 के स्तर से वापस लौटा और इससे ऊपर बंद हुआ।
शेयर बाजार में 3 अक्टूबर को न सिर्फ इजरायल-ईरान तनाव और अमेरिकी शेयर बाजार से मिले संकेत बल्कि फ्यूचर एंड ऑप्शंस से जुड़े नियमों का भी असर दिख सकता है। 3 अक्टूबर को निफ्टी कॉन्ट्रैक्ट्स की वीकली एक्सपायरी है और कंपनियों के बिजनेस अपडेट सामान्य तरीके से ही लागू रहेंगे। एंजल वन के राजेश भोसले ने बताया कि निफ्टी को लकर आउटलुक सतर्कता भरा है और अगला अहम सपोर्ट लेवल 25,600 - 25,500 हो सकता है। दूसरी तरफ, 26,000-26,150 अहम रेजिस्टेंस जोन है और किसी भी तरह के उछाल के बाद बिकवाली का दबाव बन सकता है। उन्होंने ट्रेडर्स को लॉन्ग पोजिशन घटाने की सलाह दी।
बहरहाल, HDFC सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने बताया कि इंडेक्स में निकट भविष्य में तेजी का रुझान बना रहने की संभावना है और सिर्फ शॉट टर्म में करेक्शन देखने को मिल सकता है। उनके मुताबिक, इंडेक्स को 25,500 - 25,400 के लेवल पर सपोर्ट मिल सकता है और इसमें इस लेवल से उछाल देखने को मिल सकता है।
शेयर बाजार में 3 अक्टूबर को जिन कंपनियों के शेयरों पर खास नजर रह सकती है, उनमें मारुति सुजुकी, हीरो मोटोकॉर्प, डाबर, अरबिंदो फार्मा, हिंदुस्तान जिंक, कोल इंडिया, NMDC, साउथ इंडियन बैंक, ITC, दिलीप बिल्डकॉन, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक आदि शामिल हैं।