Trump tariffs : ट्रंप टैरिफ की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान टेक्सटाइल्स और जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर के एक्सपोर्ट पर पड़ने की आशंका है। इंडस्ट्री का कहना है कि सरकार को रॉ-मैटेरियल के इंपोर्ट पर राहत और आर्थिक मदद देनी चाहिए। इससे भारतीय प्रोडक्ट्स की लागत घटेगी और वो विदेशी बाजार में टिक पाएंगे।
ट्रंप ने भारत से आने वाले माल पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इससे एक्सपोर्टर्स सकते में आ गए हैं। जानकारों का कहना है कि 50 फीसदी टैरिफ की वजह से टेक्सटाईल और ज्वैलरी का एक्पोर्ट लगभग आधा हो सकता है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की मांग है कि रॉ मैटेरियल पर इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने के साथ साथ सरकार को तत्काल आर्थिक पैकेज का ऐलान करना चाहिए।
ट्रंप टैरिफ की वजह से जिन प्रोडक्ट्स पर पहले अधिकतम 10 फीसदी टैक्स लगता था जो अब 30-35 फीसदी तक पहुंच जाएगा। भारत ने 2024 में अमेरिका को करीब 87 हजार करोड़ जेम्स एंड ज्वैलरी का एक्पोर्ट किया था ये अमेरिकी इम्पोर्ट का लगभग 44.5 फीसदी है।
हालांकि अभी तक भारत के साथ अमेरिका की ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है। लेकिन जिस तरह से ट्रंप एकतरफा तरीके से टैरिफ के ऐलान पर ऐलान कर रहे हैं इससे एक्सपोर्ट को झटका लगना तय है और मैनुफैक्चरिंग से जुड़े लाखों लोगों के रोजगार पर भी संकट पैदा हो सकता है।
ट्रंप टैरिफ का असर 27 अगस्त से शुरू होगा और कुछ प्रोडक्ट्स पर तो ड्यूटी 60 फीसदी से भी ज्यादा हो जाएगी। जैसे कि निटेड अपैरल पर 64 फीसदी और वूवन अपैरल पर 60.3 फीसदी टैक्स लगेगा। इस फैसले के बाद तमिलनाडु के तिरुपुर जैसे बड़े टेक्सटाइल हब में चिंता बढ़ गई है। यहां करीब 20 हजार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनमें से 2,500 से ज्यादा रेडीमेड गारमेंट एक्सपोर्ट करती हैं।