मार्केट के फंडामेंटल आउटलुक पर चर्चा के लिए आज सीएनबीसी-आवाज के साथ रहे Trust Mutual Fund के CIO मिहिर वोरा। इनको इन्वेस्टमेंट की दुनिया में करीब 3 दशक का अनुभव है। इनका इक्विटी और फिक्सड इनकम जैसे एसेट क्लास में शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है। मिहिर वोरा मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में भी काम कर चुके हैं। आइये मिहिर जी समझते हैं कि अमेरिका में ट्रंप की वापसी से क्या बाजार के सेंटिमेंट और सुधरेंगे? और करेक्शन के इस दौर में कहां ज्यादा फोकस करना चाहिए -लार्जकैप या फिर मिड और स्मॉलकैप पर।
मिहिर वोरा की राय है कि मजबूत डॉलर का ट्रेड अभी भी कायम है। इससे ग्लोबल मार्केट में FIIs की बिकवाली बनी हुई है। दुनिया के मुकाबले भारत में FIIs की बिकवाली ज्यादा हो रही है। इसकी वजह भारत के बाजारों का तुलनात्मक रूप से महंगा होना है। अच्छे नतीजे पर शेयर बढ़े हैं। वहीं, खराब नतीजे पर शेयर गिरे हैं। IT सेक्टर के लिए US वीजा का मुद्दा ज्यादा बड़ा मुद्दा नहीं है। डॉलर की मजबूती से FIIs की बिकवाली का दबाव है।
घरेलू इकोनॉमी वाली थीम पसंद
मिहिर ने बताया कि उन्हें घरेलू इकोनॉमी वाली थीम पसंद है। ट्रंप की वापसी से चीन प्लस वन थीम बढ़ेगी। निवेश के लिए फाइनेंशियल, मैन्युफैक्चरिंग, इंफ्रा थीम पसंद है। फार्मा में मिहिर को CDMO स्पेस पसंद है। मिहिर का कहना है कि सिक्योर्ड लेंडिंग वाले बैंकों की स्थिति अच्छी है। वहीं, अनसिक्योर्ड लेंडिंग वाले बैंक और NBFCs पर दबाव है। इनसे दूर रहने की सलाह होगी।
मिहिर ने इस बातचीत में कहा कि इस समय बाजार का फोकस ग्रोथ पर है। आगे FMCG को कमोडिटी की कीमतों में गिरावट का फायदा मिलेगा। लेकिन अभी FMCG में अंडरपरफॉर्मेंस जारी रह सकता है। सस्से कमोडिटी के फायदे के बावजूद FMCG का रिस्क-रिवॉर्ड बेहतर नहीं।
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