Unlisted Market Sell -off: लिस्टेड मार्केट में जैसी हाहाकार मची हुई है, वैसी ही हाहाकार अनलिस्टेड मार्केट में भी है। हालांकि अनलिस्टेड मार्केट में तीव्रता थोड़ी कम है। अनलिस्टेड मार्केट में जिन शेयरों को तगड़ा झटका लगा, उसमें से मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया जैसे कुछ तो ऐसे हैं जिनमें पिछले कुछ वर्षों में जोरदार तेजी आई थी। वहीं कुछ स्टॉक्स मैट्रिक्स गैस जैसे हैं जिनमें पिछले साल बिकवाली का दबाव दिखा था लेकिन इस साल यह दबाव और तेज हो गया। यहां ऐसे ही कुछ स्टॉक्स की डिटेल्स और एनालिस्ट्स के रुझान के बारे में बताया जा रहा है।
किन Unlisted Stocks में दिखी तेज गिरावट?
मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया के शेयर इस साल 40 फीसदी से अधिक टूटकर 7.5 रुपये के भाव पर आ गए। पिछले साल 2024 में यह 1100 फीसदी से अधिक मजबूत हुआ था। मैट्रिक्स गैस पिछले साल करीब 6 फीसदी गिरा था लेकिन इस साल यह 31 फीसदी गिरा है तो दूसरी तरफ मोतीलाल ओसवाल पिछले साल 50 फीसदी से अधिक उछला था लेकिन इस साल यह 26 फीसदी टूटा है। इसके अलावा पिछले साल 45 फीसदी चढ़ने के बाद हीरो मोटोकॉर्प के शेयर इस साल 25 फीसदी, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज 40 फीसदी चढ़ने के बाद 11 फीसदी टूटे हैं।
ओयो पिछले साल 9 फीसदी टूटा था और इस साल 15 फीसदी गिरा है। देश का सबसे बड़ा एक्सचेंज एनएसई पिछले साल 143 फीसदी से अधिक चढ़ने के बाद इस साल 3 फीसदी फिसला है। चेन्नई सुपर किंग्स के शेयर पिछले 84 फीसदी चढ़ने के बाद इस साल 4.5 फीसदी फिसले हैं। इन सबके विपरीत कुछ शेयरों में इस साल तेजी दिखी। नायरा एनर्जी के शेयर इस साल 16 फीसदी, एनसीडीईएक्स 5 फीसदी उछले हैं। पिछले साल नायरा एनर्जी के शेयर 346 फीसदी चढ़े थे तो एनसीडीईएक्स 27 फीसदी टूटे थे।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
UnlistedArena.com के को-फाउंडर मन्नन दोशी का कहना है कि अभी पक्के तौर पर कुछ कहना तो मुश्किल है लेकिन किसी खास सेक्टर पर निवेशकों का रुझान जाए, इसे लेकर इंकार नहीं कर सकते हैं। मन्नन के मुताबिक पिछले कुछ समय से सोलर और ग्रीन एनर्जी पर निवेशक तेजी से दांव लगा रहे थे लेकिन अब इसकी चमक थोड़ी फीकी पड़ रही है। वहीं एक्सचेंज और एक्सचेंज के इको-सिस्टम से जुड़े स्टॉक्स में भी उनकी दिलचस्पी बढ़ रही है।
भारतीय मार्केट में इस समय हाई वैल्यूएशन, सुस्त इकॉनमी, कंपनियों की कमजोर कमाई और टैरिफ वार के चलते बिकवाली का साया छाया हुआ है। वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के डायरेक्टर (इक्विटी स्ट्रैटेजी) क्रांति बथिनी (Kranthi Bathini) का कहना है कि मार्केट में गिरावट की घरेलू और वैश्विक, दोनों वजहें हैं। हालांकि अनलिस्टेड मार्केट को लेकर वह पॉजिटिव दिख रहे हैं जिसमें सीमित ट्रेडिंग और कम वॉल्यूम के चलते उतार-चढ़ाव कम रहता है। इस वजह से बाहरी फैक्टर्स से यह कम प्रभावित होता है। इसके बावजूद क्रांति निवेशकों को अनलिस्टेड स्टॉक्स को लेकर सतर्क करते हैं क्योंकि इसमें लिक्विडिटी कम है।
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