शेयर बाजार के लिए अमेरिका से आई बुरी खबर, अक्टूबर में महज 12,000 नई नौकरियां बढ़ी

शेयर बाजार के लिए अमेरिका से एक बुरी खबर है। अमेरिका में अक्टूबर महीने के दौरान गैर-कृषि नौकरियों (नॉन-फार्म पेरोल्स) में पिछले 4 सालों की सबसे धीमी बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं बेरोजगारी दर अभी भी निचले स्तर पर बनी हुई है। अमेरिका को अक्टूबर महीने के दौरान 2 बड़े तूफानों के अलावा एक बड़ी हड़ताल का सामना करना पड़ा, जिससे उसकी हायरिंग गतिविधियां धीमी हुई है

अपडेटेड Nov 01, 2024 पर 9:26 PM
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US Jobs Data: अमेरिका में अक्टूबर महीने के दौरान गैर-कृषि नौकरियों में केवल 12,000 का इजाफा हुआ

शेयर बाजार के लिए अमेरिका से एक बुरी खबर है। अमेरिका में अक्टूबर महीने के दौरान गैर-कृषि नौकरियों (नॉन-फार्म पेरोल्स) में पिछले 4 सालों की सबसे धीमी बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं बेरोजगारी दर अभी भी निचले स्तर पर बनी हुई है। अमेरिका को अक्टूबर महीने के दौरान 2 बड़े तूफानों के अलावा एक बड़ी हड़ताल का सामना करना पड़ा, जिससे उसकी हायरिंग गतिविधियां धीमी हुई है।

लेबर ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में गैर-कृषि नौकरियों में केवल 12,000 का इजाफा हुआ, जो पिछले दो महीनों के आंकड़ों से कम है। साल 2020 के बाद पहली बार इतनी धीमी गति से हायरिंग बढ़ी है। हालांकि बेरोजगारी दर 4.1% पर स्थिर रही और प्रति घंटा आय में भी स्थिरता बनी रही।

लेबर ब्यूरो ने कहा कि तूफान और चक्रवातों के चलते कई इलाकों में रोजगार गतिविधियां प्रभावित हो सकती है, लेकिन इस बात की सटीक गणना करना संभव नहीं है कि इनका राष्ट्रीय रोजगार दर, घंटे, या आय पर कितना असर पड़ा।


रिपोर्ट में बताया गया है कि इस महीने के आंकड़े इकठ्ठा करने में कठिनाइयां आईं, जिससे सर्वे का कलेक्शन रेट औसत से काफी कम था। हालांकि, BLS का यह भी कहना है कि इन तूफानों का राष्ट्रीय बेरोजगारी दर पर कोई खास असर नहीं पड़ा है।

एक्सपर्ट्स ने पहले से ही चेतावनी दी थी कि बोइंग कंपनी की हड़ताल और दो तूफानों - हैलीन और मिल्टन का रोजगार आंकड़ों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इन घटनाओं के कारण नौकरियों में गिरावट की अनुमानित सीमा 10,000 से लेकर 1,80,000 तक अलग-अलग रही है।

यह रोजगार रिपोर्ट अगले सप्ताह फेडरल रिजर्व की बैठक और 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले का आखिरी बड़ा आर्थिक डेटा है। इस बार का चुनाव भी मुख्य रूप से आर्थिक मुद्दों के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा है, और अर्थव्यवस्था को लेकर मतदाताओं की सोच पर इसका असर पड़ सकता है।

इस सप्ताह जारी बाकी आंकड़ों के मुताबिरर, तीसरी तिमाही में अमेरिकी इकोनॉमी मजबूत गति से बढ़ी, जिसमें उपभोक्ता खर्च की अहम भूमिका रही, जबकि सितंबर में महंगाई दर भी बढ़ी। रिपोर्ट जारी होने के बाद स्टॉक फ्यूचर्स में बढ़ोतरी और ट्रेजरी यील्ड्स में गिरावट देखने को मिली।

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