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इस समय बाजार के लिए वैल्यूएशन सबसे बड़ा रिस्क, लंबी अवधि के लिए निवेश से मिलेगा फायदा

बाजार में इस समय वैल्युएशन सबसे बड़ा रिस्क है। कई सेक्टर्स में वैल्युएशन किफायती हुए। कई सेक्टर्स के वैल्युएशन अभी भी बहुत महंगे है। फिलहाल प्राइवेट सेक्टर बैंक के वैल्युएशन किफायती लग रहे है। कोटक, ICICI, HDFC बैंक पोर्टफोलियो में शामिल है

अपडेटेड Mar 01, 2025 पर 7:51 AM
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बाजार में इस समय वैल्युएशन सबसे बड़ा रिस्क है। कई सेक्टर्स में वैल्युएशन किफायती हुए। कई सेक्टर्स के वैल्युएशन अभी भी बहुत महंगे है।

बाजार की आगे की चाल और पराग पारिख फ्लेक्सी कैप (Parag Parikh Flexi Cap) फंड पर बात करते हुए पीपीएफएएस म्यूचुअल फंड (PPFAS Mutual Fund) के फंड मैनेंजर रौनक ओंकार (Raunak Onkar) ने कहा कि निफ्टी हाई से काफी नीचे गिर चुका है। अनिश्चित बातों पर ज्यादा विश्वार ना करें। कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें। वैल्युएशन पर ध्यान देना जरूरी है। बाजार में उतार-चढ़ाव लगा रहता है। लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह है। 5 साल से ज्यादा के लिए इक्विटी में निवेश करें। उन्होंने आगे कहा कि बाजार में अनुमान लगाना मुश्किल है। बाजार में हर तरह के निवेशक होते हैं। मैक्रो इवेंट का असर पड़ता है । लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह होगी। कई सेक्टर्स में अर्निंग ग्रोथ का असर देखने को मिलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि बाजार में इस समय वैल्युएशन सबसे बड़ा रिस्क है। कई सेक्टर्स में वैल्युएशन किफायती हुए। कई सेक्टर्स के वैल्युएशन अभी भी बहुत महंगे है। फिलहाल प्राइवेट सेक्टर बैंक के वैल्युएशन किफायती लग रहे है। कोटक, ICICI, HDFC बैंक पोर्टफोलियो में शामिल है। IT सर्विसेज के वैल्युएशन किफायती नजर आ रहे है। हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश करें। हॉस्पिटल बिजनेस में एक्सपोजर बढ़ाया है। ऑटो सेक्टर में निवेश किया।

फंड की स्ट्रैटेजी पर बात करते हुए रौनक ओंकार ने कहा कि अभी फंड में लगभग 20% कैश है। पिछले 8-9 महीनों से 20% कैश है। वैल्युएशन के आधार पर स्ट्रैटेजी बनाते है। किफायती वैल्युएशन वाले स्टॉक्स में निवेशित हैं। ट्रैक और स्टडी के आधार पर रणनीति बनाते है। उन्होंने कहा कि मार्केट कैप को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है। बाजार की चाल के हिसाब से पोर्टफोलियो में बदलाव किया। अपने हिसाब से स्मॉल, मिड या लार्जकैप चुनें। कैटेगरी फंड चुनने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी है। फंड में बाजार की अस्थिरता झेलने में सक्षम है। परफॉर्मेंस के आधार पर पोर्टफोलियो में बदलाव रखें। लाभ और रिस्क दोनों पर नियंत्रण है। लंबी अवधि के लिए निवेश करना बेहतर है।


उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलेगा। उथल-पुथल में सही ऑप्शन मिलता है। पोर्टफोलियो में इंटरनेशनल एक्सपोजर भी है। इंटरनेशनल एक्सपोजर का भी फायदा मिलेगा। पोर्टफोलियो में थोड़ा कैश रखने का भी फायदा मिलेगा। इस फंड में कम से कम 5-7 साल के लिए निवेश करें।

बाजार की रणनीति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि टाइम फ्रेम के हिसाब से स्ट्रैटेजी बनाएं। एसेट क्लास के हिसाब से अवधि तय करें। लंबी अवधि के लिए गोल है तो पैनिक ना हों। SIP के जरिए निवेश की सलाह होगी। वहीं छोटी अवधि के निवेशक प्रॉफिट बुक करें।

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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