Vashishtha Luxury Fashion IPO Listing: यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और तुर्की में फैशन ब्रांड्स को सर्विसेज देने वाली वशिष्ठ लग्जरी फैशन की आज BSE SME पर एंट्री हुई है। इसके आईपीओ की बात करें तो इसे ओवरऑल 2 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹111 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹118.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 6.31% का लिस्टिंग गेन (Vashishtha Luxury Fashion Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह ₹112.10 के लोअर सर्किट पर आ गया। हालांकि इसने फिर वापसी की और ₹123.00 तक पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह ₹120.50 (Vashishtha Luxury Fashion Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक (+8.56%) मुनाफे में हैं।
Vashishtha Luxury Fashion IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
वशिष्ठ लग्जरी फैशन का ₹8.87 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 5-10 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 2.18 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.27 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 2.47 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.16 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 7,99,200 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹3.64 करोड़ एंब्रॉयडरी मशीन की खरीदारी, ₹2.69 करोड़ कर्ज हल्का करने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Vashishtha Luxury Fashion के बारे में
वर्ष 2010 में बनी वशिष्ठ लग्जरी फैशन हाई फैशन हैंड एंब्रायडरी वर्क, इससे जुड़ी एक्सेसरीज और तैयार कपड़े निर्यात करती है। यह पूरी तरह से निर्यातक कंपनी है जो यूरोप, ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और तुर्की में फैशन ब्रांड्स को सर्विसेज देती है। यह अपनी सब्सिडरी वशिष्ठ एंब्रायडरी प्राइवेट लिमिटेड के जरिए मुंबई में एक सैंपल यूनिट चलाती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.05 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में फिसलकर ₹32 लाख पर आ गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा तेजी से बढ़कर ₹1.42 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना करीब 26% की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹10.88 करोड़ पर पहुंच गई।
अब कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹3.44 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹3.26 करोड़ से घटकर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹2.07 करोड़ रह गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो यह वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹36 लाख और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹67 लाख से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹3.08 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।