एथनिक वियर ब्रांड मान्यवर (Manyavar) की मालकिन वेदांत फैशन्स (Vedant Fashions) के शेयरों में आज भारी बिकवाली दिख रही है। इसके शेयरों में गिरावट का यह रुझान एक प्रमोटर के फैसले के चलते है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बुधवार को जानकारी दी कि इसके एक प्रमोटर की योजना कंपनी में 7 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की है। यह बिक्री आज 18 मई से शुरू होगी। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक रवि मोदी फैमिली ट्रस्ट (Ravi Modi Family Trust) ने 1,69,94,600 इक्विटी शेयर बेचने का प्रस्ताव रखा है जो 7 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। वहीं इसके अलावा 2.88 फीसदी यानी 69,87,824 इक्विटी शेयरों की अतिरिक्त बिक्री का भी विकल्प रखा गया है। इसके चलते शेयर झटके खा रहे हैं और आज बीएसई पर 0.55 फीसदी की गिरावट के साथ 1240 रुपये (Vedant Fashions Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 4.15 फीसदी टूटकर 1195.15 रुपये तक आ गया था।
क्या है Ravi Modi Family Trust का ऑफर
प्रमोटर रवि मोदी फैमिली ट्रस्ट का ऑफर आज 18 मई को खुला है। आज यह सिर्फ नॉन-रिटेल निवेशकों के लिए खुला है और कल 19 मई को रिटेल और नॉन-रिटेल, दोनों प्रकार के निवेशकों के लिए खुला रहेगा। इसके तहत 1.69 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की योजना है लेकिन जरूरत पड़ने पर 69.87 लाख शेयरों की अतिरिक्त बिक्री भी हो सकती है। इसके लिए 1161 रुपये प्रति शेयर का भाव तय किया गया है जो बीएसई पर 17 मई के क्लोजिंग प्राइस 1246.85 रुपये से 6.88 फीसदी डिस्काउंट पर है।
प्रमोटर क्यों बेच रहे Vedant Fashions के शेयर
वेदांत फैशन्स के शेयर प्रमोटर भारी डिस्काउंट पर बेच रहे हैं। हालांकि बाजार नियामक सेबी के नियमों के चलते ही प्रमोटर को यह फैसला लेना पड़ा। कंपनी ने जानकारी दी कि यह ऑफर कंपनी की मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग की शर्त को पूरा करने के लिए लाया गया है। बता दें कि घरेलू मार्केट में लिस्टेड कंपनियों में कम से कम 25 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक की होनी चाहिए। वेदांत फैशन्स की बात करें तो मार्च 2023 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक इसमें पब्लिक शेयरहोल्डिंग महज 15.12 फीसदी है जबकि प्रमोटर्स की 84.88 फीसदी।
रवि मोदी फैमिली ट्रस्ट की बात करें तो इसकी कंपनी में 67.07 फीसदी हिस्सेदारी है। पब्लिक शेयरहोल्डिंग की बात करें तो इसमें मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड, एसबीआई म्यूचुअल फंड और कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड समेत 20 म्यूचुअल फंडों की 8.90 फीसदी, इंश्योरेंस कंपनियों की 0.56 फीसदी और विदेशी निवेशकों की 3.41 फीसदी हिस्सेदारी है।