Vedanta Share Price: वेदांता के शेयरों में आज काफी दबाव दिख रहा है। शुरुआती कारोबार में ही यह इंट्रा-डे में यह 1 फीसदी से अधिक फिसल गया था। फिर इसमें कुछ रिकवरी तो दिखी लेकिन अभी भी यह आधे फीसदी से अधिक कमजोर है। इसके शेयरों में गिरावट की वजह इसकी रेटिंग में कटौती है। रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने इसकी लॉन्ग टर्म इश्यूअर रेटिंग को AA से घटाकर AA- कर दिया है। इसके चलते वेदांता आज कमजोर हो गया है। दिन के आखिरी में BSE पर यह 0.68 फीसदी की गिरावट के साथ 226.15 रुपये के भाव (Vedanta Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 1.14 फीसदी फिसलकर 225.10 रुपये तक आ गया था। इस साल यह 28 फीसदी से अधिक फिसला है।
Vedanta के रेटिंग में यह कटौती क्यों
इंडिया रेटिंग्स ने लिक्विडिटी से जुड़े रिस्क के बढ़ने और रीफाइनेंसिंग में देरी के चलते वित्तीय सहूलियतों के कम होने के चलते इसकी रेटिंग में कटौती की है। कंपनी के जो बॉन्ड मेच्योर होने वाले हैं, उसके लिए यह रीफाइनेंसिंग की कोशिशें कर रही है, लेकिन इसमें काफी देरी हो रही है जिसके चलते इसे लेकर रेटिंग एजेंसी के एनालिस्ट काफी निगेटिव हैं। ये दिक्कतें इसलिए आई क्योंकि कमोडिटी साइकिल में बदलाव हुआ है और हालिया जारी बॉन्ड्स के लिए कर्ज की लागत बढ़ी। इससे कंपनी की लिक्विडिटी और वेदांता रिसोर्सेज को सपोर्ट करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है।
इससे पहले हाल ही में क्रिसिल रेटिंग्स ने वेदांता की लॉन्ग टर्म बैंक फैसिलिटीज और डेट इंस्ट्रूमेंट्स को निगेटिव रुझाव वाले रेटिंग निगरानी विंडो में रखा था। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने भी वेदांता रिसोर्सेज की कॉरपोरेट फैमिली रेटिंग (CFR) को घटाकर Caa1 से Caa2 कर दिया था। मूडीज ने अगले कुछ महीने में डेट रीस्ट्रक्चरिंग से जुड़े रिस्क के बढ़ने के चलते ही रेटिंग में कटौती की थी।
एक से डेढ़ साल में हो सकता है Vedanta Demerger
रेटिंग एजेंसियों ने ऐसे समय में वेदांता की रेटिंग में कटौती की है जब अनिल अग्रवाल की वेदांता ने अपने कारोबार को हिस्सों में बांटने की दिशा में पहला कदम उठा दिया है। कंपनी एक से डेढ़ साल में अपने कारोबार को छह हिस्सों में बांट सकती है। हालांकि इस डीमर्जर को लेकर भी इंडिया रेटिंग्स ने इसे निगेटिव इंप्लिकेशन्स के साथ रेटिंग वॉच यानी निगेटिव रुझान वाले रेटिंग निगरानी के विंडो में रखा है।
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