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'Paytm IPO के लिए चुन लिए गलत बैंकर', विजय शेखर शर्मा ने सबसे बड़े अफसोस का किया खुलासा

विजय शेखर शर्मा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मार्केट रेगुलेटर SEBI ने IPO प्रोसेस के दौरान तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने और शेयरहोल्डर क्लासिफिकेशन मानदंडों का पालन न करने के आरोप में शर्मा और Paytm के अन्य बोर्ड सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है

अपडेटेड Sep 27, 2024 पर 8:28 PM
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विजय शेखर शर्मा ने स्वीकार किया कि बैंकरों के बेहतर मार्गदर्शन से और भी बेहतर नतीजे मिल सकते थे।

पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने अपने सबसे बड़े अफसोस का खुलासा किया है और वह है नवंबर 2021 में अपनी कंपनी के आईपीओ के लिए सही बैंकर न चुनना। शर्मा ने 27 सितंबर को टाई दिल्ली एनसीआर के इंडिया इंटरनेट डे 2024 में कहा, "मैं काफी समय से उद्यमी हूं। मुझे IPO के लिए सही बैंकर न चुनने का अफसोस है।" शर्मा ने कहा, "भगवान के मंदिर में जाने के लिए, आपको सही पुजारी चाहिए होता है...शायद हमने उसे नहीं चुना।" इसके बाद शर्मा ने ऑडियंस के सामने प्रायश्चित करते हुए सिर झुकाया। शर्मा ने अन्य उद्यमियों को "सही बैंकर चुनने" की सलाह दी।

शर्मा ने इंफोसिस के आईपीओ से तुलना करते हुए कहा, "एनआर नारायणमूर्ति के समय में, उनके ड्राइवर ने 1 करोड़ रुपये बनाए, लेकिन जब पेटीएम लिस्ट हुई तो महज 20 लोगों ने 100 करोड़ रुपये कमाए।" हालांकि पेटीएम के आईपीओ ने महत्वपूर्ण संपत्ति बनाई, लेकिन शर्मा ने स्वीकार किया कि बैंकरों के बेहतर मार्गदर्शन से और भी बेहतर नतीजे मिल सकते थे।

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पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ नवंबर 2021 में आया था। इसे 1.89 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था, जो कि उम्मीद के मुताबिक नहीं था। पेटीएम आईपीओ का मैनेजमेंट आईसीआईसीआई बैंक, जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली, एचडीएफसी बैंक, सिटी और एक्सिस कैपिटल सहित अन्य नामी इनवेस्टमेंट-बैंकों द्वारा किया गया था। कंपनी के शेयर BSE और NSE पर 18 नवंबर 2021 को लिस्ट हुए। लिस्टिंग डे पर बीएसई पर शेयर की कीमत 1564.15 रुपये पर बंद हुई थी। तब से लेकर अब तक शेयर 57 प्रतिशत टूट चुका है।

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'असली सच्चाई कैश, बाकी सब ट्रैश'

शर्मा ने आगे कहा, "आजकल छोटे आईपीओ भी इतने बड़े हो जाते हैं।" उनका इशारा इस बात की ओर था कि इस साल मेनबोर्ड और एसएमई दोनों सेगमेंट के आईपीओ में भारी सब्सक्रिप्शन और मोटा लिस्टिंग गेन देखा गया है। विजय शेखर शर्मा ने शुरुआती वर्षों के दौरान के अपने चैलेंजेस को भी याद किया, जब फंडिंग पाना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, "मुझे अपनी कंपनी शुरू करने के 7 साल बाद तक वेंचर कैपिटल का सौभाग्य नहीं मिला। मेरी सीरीज A 2007 में हुई, जबकि मैंने 2001 में कंपनी शुरू की थी। इसलिए, मैं एक बूटस्ट्रैप्ड उद्यमी हूं, जिसे बहुत सारा कैश जनरेशन करना था। और उस भागदौड़ में, मैंने एक बात सीखी, P&L यानि कि प्रॉफिट और लॉस नाम की कोई चीज नहीं होती। असली सच्चाई कैश है, बाकी सब कचरा (Trash) है।"

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