Vi stock price : सरकार के इक्विटी कंवर्जन से वोडाफोन आइडिया में जोरदार तेजी आई है। इस स्टॉक में आज 10 फीसदी का अपर सर्किट लगा है। इसके अलावा दूसरे टेलीकॉम शेयरों में भी तेजी नजर आ रही है। इंडस टॉवर (INDUS TOWER) भी 7 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। भारती एयरटेल में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। अब सवाल ये है कि क्या वोडाफोन आइडिया में आगे भी ये तेजी जारी रहेगी। आइए जानते हैं इस पर क्या है सीएनबीसी-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल की राय।
वोडा आइडिया पर अपनी राय देते हुए अनुज ने कहा कि वोडा फोन आइडिया एक सफेदे के पेड़ (यूकेलिप्टस) जैसा है। इसको चाहे जितना पानी देंगे कम ही पड़ेगा। अगर सरकार सारी देनदारी कनवर्ट करे तो उसका हिस्सा 81 फीसदी होगा। वोडा आइडिया में निवेशकों का पैसा नहीं बनेगा। कंपनी के पास कैश फ्लो ही नहीं है। एक बढ़ते बाजार में भी कंपनी मार्केट शेयर खो रही है। अगर मौका मिले तो इस स्टॉक से एक्जिट मारना ही बेहतर रहेगा। अपने भाव का इंतजार मत कीजिए वो शायद ना आए। 10 रुपए का इक्विटी कनवर्जन को मत देखिए। नियम के मुताबिक 10 रुपए से नीचे कनवर्जन नहीं हो सकता। MCA के नियमों के मुताबिक फेस वैल्यू के नीचे कनवर्जन नहीं हो सकता है।
वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत
गौरतलब है कि सरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी है। कंपनी पर 36950 करोड़ रुपए की स्पेक्ट्रम नीलामी बकाए को सरकार इक्विटी में कनवर्ट करेगी। इस तरह सरकार वोडाफोन आइडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएगी। इसके लिए सरकार कंपनी के 36,950 करोड़ रुपए के नए शेयर खरीदेगी। कंपनी सरकार को ये शेयर 10 रुपए प्रति शेयर के भाव पर जारी करेगी। इससे कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 22.6 फीसदी से बढ़कर 48.99 फीसदी हो जाएगी। SEBI और अन्य रेगुलेटरी मंजूरी के बाद ये शेयर जारी होंगे। स्पेक्ट्रम नीलामी बकाए को इक्विटी में कनवर्ट करते हुए सरकार कंपनी में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बनेगी।
हालांकि कंपनी का ऑपरेशनल कंट्रोल प्रोमोटर के पास ही रहेगा। कंपनी में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी घट कर 26 फीसदी हो जाएगी। वहीं, वोडाफोन PLC की हिस्सेदारी 16 फीसदी और AB ग्रुप की हिस्सेदारी 10 फीसदी होगी। कंपनी के बोर्ड में सरकार का कोई मेंबर नहीं रहेगा। कंपनी का कुल बकाया अभी भी करीब 1.74 लाख करोड़ रुपए रहेगा। कंपनी को अभी भी 30,540 करोड़ रुपए की सालाना किश्त देनी होगी।
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