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सुधर रही Voda Idea की सेहत! मार्च तिमाही में कम हुआ घाटा, ‌₹20000 करोड़ जुटाने की मिली मंजूरी

Voda Idea Q4 Result: गहरे वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही वोडा आइडिया का मार्च तिमाही में घाटा कम हुआ है। सिर्फ यही नहीं, अस्तित्व के संकट से जूझ रही दिग्गज टेलीकॉम कंपनी के बोर्ड ने 20 हजार करोड़ रुपये तक के फंड जुटाने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दिखाई है। चेक करें टेलीकॉम कंपनी के लिए मार्च तिमाही कैसी रही

अपडेटेड May 31, 2025 पर 7:48 AM
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Voda Idea Q4 Result: कर्ज के बोझ से जूझ रही दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया के लिए मार्च तिमाही में कुछ मायनों में अच्छी रही क्योंकि कंपनी का शुद्ध घाटा गिरकर ₹7,166.1 करोड़ पर आ गया।

Voda Idea Q4 Result: कर्ज के बोझ से जूझ रही दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया के लिए मार्च तिमाही में कुछ मायनों में अच्छी रही क्योंकि कंपनी का शुद्ध घाटा गिरकर ₹7,166.1 करोड़ पर आ गया। कंपनी ने 30 मई की आधी रात के लगभग एक्सचेंज फाइलिंग में वित्तीय सेहत का आंकड़ा जारी किया। इसके अलावा कंपनी ने यह भी खुलासा किया कि बोर्ड ने ₹20000 करोड़ तक के फंड जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है जिस पर अभी शेयरहोल्डर्स की और नियामकीय मंजूरी लेनी बाकी है।।

Voda Idea के कारोबारी नतीजे की खास बातें

मार्च 2025 तिमाही में सालाना आधार पर वोडा आइडिया का कंसालिडेटेड लेवल पर शुद्ध घाटा सालाना आधार पर ₹7,665.9 करोड़ से गिरकर ₹7,166.1 करोड़ पर आ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 3.8% उछलकर ₹₹11,013.5 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि तिमाही आधार पर बात करें तो सेहत थोड़ी कमजोर दिख रही है क्योंकि दिसंबर 2024 तिमाही में रेवेन्यू 11,366.8 करोड़ और शुद्ध घाटा 6,609.3 करोड़ पर था। अब पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें को कंपनी का रेवेन्यू 2.16% उछलकर ₹43,571.3 करोड़ और शुद्ध घाटा ₹31238.4 करोड़ से फिसलकर ₹27383.4 करोड़ पर आ गया।


अब टेलीकॉम कंपनियों की सेहत के एक अहम आंकड़े ARPU (प्रति यूजर औसतन रेवेन्यू) की बात करें तो मार्च तिमाही में सालाना आधार पर यह ₹153 से 14.2% बढ़कर ₹175 पर पहुंच गया। कंपनी के मुताबिक इसे टैरिफ हाइक और कस्टमर अपग्रेड से सपोर्ट मिला। बैंकों के बकाया कर्ज की बात करें तो मार्च 2025 के आखिरी में ब्याज समेत (देय नहीं) यह ₹2345.1 करोड़ पर है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2044 तक देय डेफर्ड पेमेंट देनदारी और वित्त वर्ष 2031 तक के लिए एजीआर मिलाकर ₹1,94,910.6 करोड़ है।

एजीआर बकाए पर मिलेगी राहत?

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एजीआर बकाए पर राहत से जुड़ी इसकी याचिका खारिज कर दी थी। हालांकि टेलीकॉम कंपनी का कहना है कि इस मामले में उचित समाधान तक पहुंचने के लिए संभावित कैश फ्लो के आधार पर सरकार के साथ आगे बातचीत के रास्ते खुले हैं। टेलीकॉम कंपनी हाल ही में तब सुर्खियों में आ गई थी जब उसने चेतावनी दी थी कि सरकारी समर्थन की कमी के चलते वह इस वित्त वर्ष के बाद कारोबारी जारी नहीं रख पाएगी।

कैसी है शेयरों की स्थिति?

वोडा आइडिया के शेयर मई महीने के आखिरी कारोबारी दिन और कारोबारी नतीजे आने से पहले शुक्रवार 30 मई को बीएसई पर 3.22% की गिरावट के साथ ₹6.92 पर बंद हुए थे। एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 28 जून 2024 को यह एक साल के हाई ₹19.15 और इस साल 9 मई 2025 को एक साल के निचले स्तर ₹6.46 पर था।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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