Voda Idea News: वित्तीय दबावों से जूझ रही दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (VI) और नोकिया के बीच जल्द ही बकाए को लेकर सेटलमेंट हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फिनलैंड की नोकिया के करीब 1500 करोड़ रुपये के ऑपरेशनल ड्यू के सेटलमेंट को लेकर वोडा आइडिया ने एक प्रस्ताव पेश किया है। यह बकाया दिसंबर 2025 तक कई नगद किश्तों में चुकाया जाएगा। हालांकि अभी तक यह सामने नहीं आया है कि नोकिया ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया है कि नहीं। हाल ही में वोडा आइडिया ने नोकिया को प्रिफरेंशियल इश्य़ू के जरिए 102.7 करोड़ शेयर जारी किए थे और करीब 1520 करोड़ रुपये यानी अपना आधा बकाया क्लियर कर दिया।
19 जुलाई को एक्सचेंज फाइलिंग में जारी कंपनी के लेटेस्ट शेयरहोल्डरिंग स्ट्रक्चर के मुताबिक शेयर एलोकेशन के बाद अब वोडा आइडिया में नोकिया के स्थानीय यूनिट नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवर्क्स इंडिया की हिस्सेदारी 1.47 फीसदी है। वहीं इस प्रिफरेंशियल इश्यू के पहले वोडा आइडिया पर नोकिया का करीब 3000 करोड़ रुपये बकाया था।
Vodafone Idea Share Price : शेयरों को मिला तगड़ा सपोर्ट
नोकिया के बकाए को क्लियर करने के प्रस्ताव ने वोडा आइडिया के शेयरों में जमकर चाबी भरी है। आज BSE पर इसके शेयर 0.50 फीसदी की हल्की बढ़त के साथ 16.06 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। हालांकि इंट्रा-डे में यह 2.75 फीसदी उछलकर 16.42 रुपये के भाव तक पहुंच गया था।
इतने फंड का इंतजाम कर रही है Voda Idea
वेंडर के बकाए को क्लियर करने में देरी के बावजूद वोडा आइडिया के सीनियर मैनेजमेंट को भरोसा है कि नोकिया समेत बाकी ऑपरेशनल क्रेडिटर कंपनी को सपोर्ट करते रहेंगे। मैनेजमेंट को यह भरोसा 4जी नेटवर्क के विस्तार और 5जी के रोलआउट के चलते है। इन वेंडर्स को पहले रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के विस्तार के चलते रेवेन्यू में गिरावट की दिक्कतों से जूझना पड़ रहा था लेकिन अब वोडा आइडिया के पटरी पर आने के संकेत दिख रहे हैं।
कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मूर्ती जीवीएएस ने पिछले महीने जेपीमॉर्गन के एनालिस्ट्स को भरोसा दिया कि पेमेंट से जुड़े इश्यू का वेंडर्स के साथ बातचीत पर कोई असर नहीं है। नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ 4जी नेटवर्क के विस्तार और 5जी सर्विस रोलआउट को लेकर बाततीक हो रही है। हाल ही में इसे 23 हजार करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश मिला और अब इसकी कोशिश एसबीआई के अगुवाई वाले कंसोर्टियम से 23000-25000 करोड़ रुपये के टर्म लोन हासिल करने की है। इसके अलावा कंपनी को कोशिश नॉन-फंड फैसिलिटीज के जरिए 10 हजार करोड़ रुपये भी जुटाने की है।