Vodafone Idea Shares: टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आज 3 नवंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान कंपनी के शेयरों में 10% प्रतिशत का अपर सर्किट लगा और इसका भाव 9.6 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। इस तेजी के पीछे दो बड़ी वजहें मानी जा रही हैं। पहला सुप्रीम कोर्ट से AGR बकाये को लेकर मिली राहत और दूसरा विदेशी निवेश की संभावनाएं।
AGR बकाए पर सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत
सुप्रीम कोर्ट ने 3 नवंबर को साफ किया कि सरकार को वोडाफोन आइडिया को अतिरिक्त AGR देनदारियों और सभी बकाया के पुनर्मूल्यांकन, दोनों पर राहत देने की पूरी स्वतंत्रता है। सुप्रीम कोर्ट का यह बयान वोडाफोन आइडिया की ओर से दाखिल एक याचिका पर आया था, जिसमें उसने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से अतिरिक्त AGR बकाए की मांग पर राहत मांगी थी। केंद्र सरकार ने भी कंपनी की इस मांग का समर्थन किया है।
फिलहाल, कंपनी पर कुल करीब 83,400 करोड़ रुपये की AGR देनदारी है और मार्च 2026 से उसे हर साल लगभग 18,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है। ब्याज और जुर्माने सहित, वोडाफोन आइडिया की कुल देनदारी करीब 2 लाख करोड़ रुपये के आसपास आंकी जा रही है।
पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश में यह माना गया था कि कंपनी ने राहत केवल “अतिरिक्त AGR देनदारी” पर मांगी है। लेकिन अब कोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार चाहे तो सभी AGR बकाया के पुनर्मूल्यांकन पर भी राहत दे सकती है। इस खबर से निवेशकों में उम्मीद जगी है, जिसके बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में जमकर खरीदारी देखने को मिली है।
विदेशी निवेश की खबर से बढ़ी उम्मीदें
इसी दिन एक और बड़ी खबर ने निवेशकों के सेंटीमेंट को मजूबत किया। रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म टिलमैन ग्लोबल होल्डिंग्स (TGH), वोडाफोन आइडिया में करीब 4 से 6 अरब डॉलर (₹33,000-₹50,000 करोड़) का निवेश करने के लिए बातचीत कर रही है।
इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की एर रिपोर्ट के मुताबिक, यह निवेश तभी संभव है जब सरकार वोडाफोन आइडिया की AGR और स्पेक्ट्रम देनदारियों सहित सभी बकाया का समाधान करने वाला राहत पैकेज दे। अगर यह सौदा होता है, तो इससे TGH को वोडाफोन आइडिया में प्रमोटर का दर्जा मिल सकता है और वो आदित्य बिड़ला ग्रुप और ब्रिटेन की वोडाफोन ग्रुप से कंपनी का नियंत्रण अपने हाथ में ले सकती है।
सरकार की कंपनी में 48.99% हिस्सेदारी 
फिलहाल, भारत सरकार के पास कंपनी में 48.99% हिस्सेदारी है, जबकि आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास 9.50% और वोडाफोन पीएलसी के पास 16.07% हिस्सेदारी है। TGH के निवेश के बाद मौजूदा प्रमोटर की हिस्सेदारी घट सकती है और सरकार की हिस्सेदारी 49% से कम स्तर पर बनी रह सकती है।
टेलीकॉम सेक्टर में भी दिखा असर
वोडाफोन आइडिया में आई इस तेजी का असर अन्य टेलीकॉम शेयरों पर भी दिखा। इंडस टावर्स के शेयरों में कारोबार के दौरान 4% और भारती एयरटेल के शेयरों में 1% तक की उछाल देखने को मिली।
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