Vodafone Idea के शेयर क्यों बने तूफान? नौ हफ्ते में 50% उछला भाव, अब ब्रिटिश PM के भारत दौरे पर निगाहें
Vodafone Idea Shares: टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आज 7 अक्टूबर को 9% से भी अधिक की जोरदार तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही अब इस शेयर का भाव इसके पिछले 8 महीने के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। सिर्फ पिछले 9 हफ्तों में इस शेयर में करीब 50% की जबरदस्त तेजी आ चुकी है। इस तेजी के पीछे असली वजह क्या है?
Vodafone Idea Shares: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर 8-9 अक्टूबर को भारत दौरे पर हैं
Vodafone Idea Shares: टेलीकॉम सेक्टर की कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आज 7 अक्टूबर को 9% से भी अधिक की जोरदार तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही अब इस शेयर का भाव इसके पिछले 8 महीने के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। सिर्फ पिछले 9 हफ्तों में इस शेयर में करीब 50% की जबरदस्त तेजी आ चुकी है। वोडाफोन आइडिया के शेयरों में तेजी के पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण बताए हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से उम्मीदें
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किअर स्टार्मर कल से भारत दौरे पर है। वे 8-9 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुंबई में भी मुलाकात करेंगे। यहां आपको बताना वोडाफोन ग्रुप मूल रूप से ब्रिटेन की कंपनी है। अगस्त 2018 में वोडाफोन ग्रुप पीएलसी और भारत के कुमार मंगलम बिड़ला ग्रुप की कंपनी आइडिया सेल्युलर ने मिलकर वोडाफोन आइडिया बनाई थी। इस मर्जर के बाद से यह लगातार वित्तीय दबाव में है।
हालांकि अब निवेशकों में यह उम्मीद भी है पीएम मोदी और ब्रिटेन के पीएम के बीच मुलाकात के दौरान देशों के बीच कॉरपोरेट निवेश और व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। इसमें वोडाफोन ग्रुप से जुड़ा मामला भी शामिल हो सकता है।
सरकार से बकाया निपटारे की उम्मीद
इसी बीच निवेशक इस समय इस संभावना से भी उत्साहित हैं कि कंपनी के AGR (Adjusted Gross Revenue) बकाया को लेकर सरकार कोई बड़ा समाधान निकाल सकती है। लंबे समय से वोडाफोन आइडिया पर हजारों करोड़ रुपये के बकाए का बोझ है, जो इसके अस्तित्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है।
ब्लूमबर्ग न्यूज की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि भारत सरकार वोडाफोन आइडिया के पुराने बकाए का एकमुश्त निपटारा (one-time settlement) करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि सरकार कंपनी के ऊपर लंबित अरबों डॉलर की देनदारियों का समाधान निकालने की दिशा में सोच रही है। रिपोर्ट के सामने आने के बाद बाजार में यह उम्मीद जगी है कि अगर सरकार कोई राहत योजना लाती है तो कंपनी की बैलेंस शीट को बड़ी मजबूती मिल सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में AGR मामला
वोडाफोन आइडिया के शेयरों में तेजी की एक और वजह सुप्रीम कोर्ट में चल रही एक अहम सुनवाई है। वोडाफोन आइडिया ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से की गई अतिरिक्त AGR बकाये के मांग को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। एक दिन पहले सोमवार 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन आइडिया की इस याचिका पर सुनवाई को 13 अक्टूबर तक टाल दिया। सरकार ने इस मामले में जवाब दाखिल करने के लिए अधिक समय मांगा था, जिस पर कंपनी ने कोई आपत्ति नहीं जताई।
ये अतिरिक्त AGR बकाये का मामला 18 मार्च 2020 के कोर्ट आदेश से जुड़ा है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से की गई कैलकुलेशन के आधार पर वित्त वर्ष 2017 तक के एजीआर को बरकरार रखा गया था और टेलीकॉम कंपनियों की ओर से किसी भी री-असेसमेंट की मांग को खारिज कर दिया था।
लेकिन अब टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने FY18-19 के लिए कंपनी पर ₹2,774 करोड़ के अतिरिक्त AGR बकाए की मांग उठाई है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने कुल 9,450 करोड़ रुपये की मांग की है। इसमें 5,675 करोड़ रुपये मर्जर से पहले के वोडाफोन ग्रुप की देनदारियों से जुड़ा हुआ हैं। जबकि बाकी 2,774 करोड़ रुपये की राशि अगस्त 2018 में वोडाफोन और आइडिया के मर्जर के बाद बनी नई कंपनी से जुड़ा हुआ है।
वोडाफोन आइडिया का कहना है यह कैलकुलेशन सही नहीं है और कई रकम को दो बार जोड़ा गया है। ऐसे में इनका मिलान किए जाने की जरूरत है। कंपनी ने अपनी याचिका में बकाया राशि का मिलान वित्त वर्ष 2017 से पहले की अवधि से शुरू करने की मांग की है।
सब्सक्राइबर डेटा में सुधार
वोडाफोन आइडिया के लिए एक और अच्छी खबर यह है कि अगस्त महीने के दौरान इसके ग्राहकों की घटती संख्या की रफ्तार कुछ धीमी हुई है। कंपनी ने अगस्त में 3.1 लाख ग्राहक खोए, जबकि जुलाई में यह संख्या 3.5 लाख थी। यानी कंपनी की ग्राहक गिरावट की रफ्तार धीमी हो रही है, जो निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव संकेत है। ब्रोकरेज फर्म सेंट्रम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आगामी तिमाही में जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सभी का ARPU (औसत रेवेन्यू प्रति यूजर) तिमाही आधार पर 1–2% तक बढ़ सकता है।
ये सभी फैक्टर्स मिलकर वोडाफोन आइडिया के शेयरों में तेजी का कारण बने हुए हैं। कंपनी के शेयर आज एनएसई पर करीब 9 प्रतिशत उछलकर 9.24 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए।
आगे का रास्ता
हालांकि कंपनी की वित्तीय स्थिति अभी भी नाजुक है, लेकिन बाजार को उम्मीद है कि अगर AGR विवाद पर कोई ठोस समाधान निकलता है और ग्राहक आधार स्थिर होता है, तो वोडाफोन आइडिया दोबारा कॉम्पिटीशन में लौट सकती है। फिलहाल, निवेशकों की निगाहें 13 अक्टूबर की सुप्रीम कोर्ट सुनवाई और सरकार के संभावित फैसलों पर टिकी हैं।
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