मनीकंट्रोल से हुई इस खासबातचीत में मोतीलाल ओसवाल के संतोष सिंह ने कहा कि आरबीआई को मॉनीटरी पॉलिसी की मीटिंग में ग्रोथ पर फोकस बनाए रखना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि मार्केट ने पहले से ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी की खबर को पचा चुका है। बता दें कि आज से शुरू होने वाली नए वित्त वर्ष की पहली RBI मॉनीटरी पॉलिसी की मीटिंग 8 अप्रैल को खत्म होगी और इसी दिन इस मीटिंग में लिए गए फैसले जारी किए जाएंगे। अगले हफ्ते से मार्च तिमाही के नतीजे भी आने शुरू हो जाएंगे। ऐसे में संतोष सिंह का कहना है कि चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे रहेंगे। फाइनेंशियल जैसे सेक्टर बाजार को पॉजिटिव सरप्राइज दे सकते हैं।
बाजार की आगे की दिशा पर बात करते हुए संतोष सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि बाजार में अब तक की सारी अनिश्चतताओं को पचा लिया है। इसके साथ ही कमोडिटी की कीमतें भी प्री-कोविड लेवल पर आती नजर आ रही हैं। उधर रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध फैलता नजर तो नहीं आ रहा है, लेकिन इसके चलते कमोडिटी की कीमतें अभी भी हाई लेवल पर बनी हुई हैं जो कि कंपनियों की कमाई पर असर दिखा सकती हैं। इसके अलावा बाजार में कई पॉकेट्स के वैल्यूएशन अभी भी काफी ऊंचे स्तर पर हैं। ऐसे में ट्रेडरों और निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह होगी। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में कमोडिटी की ऊंची कीमतें, तमाम कंपनियों के मार्जिन पर दबाव डालती नजर आ सकती हैं। इसके चलते हमें अर्निंग डाउन ग्रेड देखने को मिल सकता है।
अगले हफ्ते से शुरू होने वाले चौथी तिमाही के नतीजों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नतीजों का ये मौसम अच्छा रह सकता है। फाइनेंशियल सेक्टर के साथ ही कुछ और सेक्टर भी हमें पॉजिटिव सरप्राइज दे सकते हैं। आई टी सेक्टर पर नजर रहनी चाहिए। हमें इस सेक्टर में मार्जिन के मोर्चे पर कुछ नेगेटिव सरप्राइज भी देखने को मिल सकता है।