Exicom Tele-Systems Shares: रेक्टिफायर्, एसी से डीसी कंवर्टर्स इत्यादि और ईवी चार्जर्स बनाने वाली एग्जिकॉम टेली-सिस्टम्स के शेयरों में आज खरीदारी का जोरदार रुझान दिखा। एक साल में निवेशकों का पैसा 62% से अधिक डुबोने वाली इस कंपनी के शेयरों में आज रॉकेट सी तेजी दिखी और यह 13% से अधिक उछल गया। आज लगातार चौथे कारोबारी दिन इसमें तेजी आई और आज के इंट्रा-डे हाई के हिसाब से चार दिनों में यह करीब 23% उछल पड़ा। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा भी उठाया और जमकर मुनाफावसूली की जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। आज बीएसई पर यह 8.47% की बढ़त के साथ ₹123.55 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 13.48% उछलकर ₹129.25 तक पहुंचा था।
निवेशकों के लिए साबित हुआ घाटे का सौदा
एग्जिकॉम टेली-सिस्टम्स के शेयरों ने निवेशकों को करारा झटका दिया है और एक साल से भी कम समय में इसने निवेशकों की 62% से अधिक पूंजी डुबो दी। पिछले साल 16 दिसंबर 2024 को इसके शेयर ₹271.24 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई है। इस हाई से यह एक साल से भी कम समय में 62.69% फिसलकर कुछ दिनों पहले 9 दिसंबर 2025 को ₹101.20 पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
हालांकि अगर रिकॉर्ड हाई से बात करें तो इसने निवेशकों को और तगड़ा शॉक दिया है। पिछले साल 2 जुलाई 2024 को यह ₹530.40 के रिकॉर्ड हाई पर था और इस लेवल से करीब 17 महीने में यह करीब 81% टूटकर निचले स्तर पर आया था। इस प्रकार निवेशकों के लिए एग्जिकॉम टेली-सिस्टम में निवेश काफी घाटे का सौदा साबित हुआ है।
मार्च 2024 में हुई थी शेयरों की एंट्री
एग्जिकॉम टेली-सिस्टम्स के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में पिठले साल 5 मार्च 2024 को एंट्री हुई थी। ₹429.00 करोड़ के आईपीओ के तहत इसके शेयर निवेशकों को ₹142 के भाव पर जारी हुए थे। करीब 86% प्रीमियम पर एंट्री के बाद यह शेयर और ऊपर चढ़ता गया और कुछ ही महीने में आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 274% यानी तीन गुना से अधिक बढ़ गई थी। हालांकि फिर निवेशकों को करारा झटका लगा और अब यह आईपीओ प्राइस के भी नीचे है।
Exicom Tele-Systems में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
सितंबर 2025 के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से एग्जिकॉम टेली-सिस्टम्स में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 66.47% और बाकी 33.53% पब्लिक शेयरहोल्डिंग है। इसके प्रमोटर्स में बात करें तो नेक्स्टवेव कॉम (Nextwave Comm) की 54.72% और एचएफसीएल की 5.44% हिस्सेदारी है। वहीं पब्लिक शेयरहोल्डर्स में बात करें तो इसमें 3 म्यूचुअल फंड्स की इसमें 3.88% हिस्सेदारी है जिसमें क्वांट म्यूचुअल फंड-क्वांट स्मॉलकैप फंड की होल्डिंग 3.12% है। विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी इसमें 0.52% है। साथ ही ₹2 लाख तक के निवेश वाले यानी 2,91,20,993 खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी इसमें 20.94% है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।