फैंट्सी स्पोर्ट्स पिछले दो सालों के दौरान देश में काफी तेजी से लोकप्रिय हुए हैं। इस तरह के खेलों में आप अपनी एक टीम बनाते हैं और फिर उन पर पैसे या दांव लगाते हैं। फैंटसी स्पोर्ट्स की बढ़ती मांग को देखते हुए कई बड़े निवेशकों ने इस सेगमेंट में भारी निवेश किया है।
हालांकि एक गेमिंग कंपनी ऐसी है, जो विशाल कारोबार के बावजूद इस तेजी से बढ़ते ई-स्पोर्ट्स के इस सेगमेंट से अभी तक लगभग नदारद है और वो है नजारा टेक्नोलॉजीज ( Nazara Technologies)। एनालिस्ट्स का कहना है कि शायद यही इसकी रणनीति की सबसे बड़ी खामी है।
इन स्पोर्ट्स का रियल मनी गेमिंग (RMG) भी कहते हैं, जिसमें पोकर, रमी और यहां तक किक्रेट जैसे स्किल आधारित गेम आते हैं। इन गेम में एक प्लेयर दूसरे प्लेयर या सिस्टम के खिलाफ पैसे लगा सकता हैं और यही इस समय सबसे अधिक कमाई वाला सेममेंट बना हुआ है। JM फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के गेमर बेस में अब करीब 40 फीसदी योगदान रियल मनी गेमिंग का है।
JM Financial के अभिषेक कुमार ने बताया, "इस बात में कोई हैरानी नहीं है कि भारत के गेमिंग मार्केट में सबसे अधिक रेवेन्यू रमी और पोकर जैसे रियल मनी गेमिंग से आ रहा है। नजारा की इस सेगमेंट में सीमित उपस्थिति उसके रेवेन्यू मॉनिटाइजेशन की संभावना को भी सीमित करती है।"
JM फाइनेंशियल ने नजारा टेक के शेयरों 1070 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ 'होल्ड' रेटिंग दी है। अगर इसकी तुलना नजारा के मौजूदा बाजार भाव 1,050 रुपये से करें, तो इस तरह पता चलता है कि ब्रोकर्स में किसी भी तरह की तेजी की उम्मीद नहीं है।
हालांकि यह भी बताना जरूरी है नजारा टेक भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) की इस कंपनी में करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी है। इससे भी अहम बात यह है कि यह एक मुनाफे वाली कंपनी है, जबकि RMG सेगमेंट बाकी उभरती कंपनियां अभी मुनाफे में आने के लिए संघर्ष कर रही है।
नजारा टेक के शेयरों की दलाल स्ट्रीट पर पिछले कुछ महीनों से लगातार पिटाई देखी जा रही है। अपने 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर से स्टॉक करीब 69 फीसदी नीचे कारोबार कर रहे हैं। गुरुवार को नजारा टेक के शेयर NSE पर 4.32 फीसदी बढ़कर 1,044.00 रुपये पर बंद हुए।