Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में पिछले तीन दिनों से जारी तेजी पर आज 19 सितंबर को ब्रेक लग गया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 500 अकों तक टूट गया। वहीं निफ्टी गिरकर 25,300 के नीचे पहुंच गया था। कमजोर ग्लोबल संकेतों और हैवीवेट शेयरों में मुनाफावसूली से शेयर मार्केट में गिरावट आई।
कारोबार के अतं में सेंसेक्स 387.73 अंक यानी 0.47% गिरकर 82,626.23 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 96.55 अंक यानी 0.38% टूटकर 25,327.05 पर बंद हुआ। TCS, टाइटन, ICICI बैंक, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और HCL टेक जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट ने बाजार पर दबाव बनाया।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 5 प्रमुख वजहें रहीं-
शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे सबसे बड़ी मुनाफावसूली रही। लगातार तीन दिनों की तेजी के बाद निवेशक आज मुनाफा बुक करते हुए दिखाई दिए। आईटी, FMCG और बैंकिंग शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली। खासतौर से ब्लूचिप शेयरों में प्रॉफिट बुकिंग से इंडेक्स पर दबाव देखने को मिला।
2) चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी फैसला
अमेरिका की ट्रंप सरकार ने ने ईरान के चाबहार पोर्ट को प्रतिबंधों से दी गई छूट को वापस लेने का ऐलान किया है। इस पोर्ट को भारत विकसित कर रहा है। यह छूट 2018 में दी गई थी और अब 29 सितंबर को खत्म हो जाएगी। इसके चलते भी निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हुआ। HDFC सिक्योरिटीज के हेड ऑफ प्राइम रिसर्च, देवर्ष वकील ने कहा, "ईरान के चाबहार बंदरगाह पर भारत को दी गई प्रतिबंधों से राहत को अमेरिका ने वापस ले लिया है। इसे अमेरिका की भारत पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे निवेशकों का सेंटीमेंट प्रभावित हुआ है।"
ग्लोबल शेयर मार्केट्स भी आज कमजोरी के साथ कारोबार करते दिखे। जापान का निक्केई 225, साउथ कोरिया का कोस्पी और शंघाई का SSE कंपोजिट इंडेक्स नीचे ट्रेड कर रहे थे। वहीं, वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स फ्लैट सुबह के कारोबार में सपाट कारोबार कर रहे थे, जिससे भारतीय बाजारों को सपोर्ट नहीं मिल सका।
4) वोलैटिलिटी इंडेक्स में उछाल
शेयर बाजार में अस्थिरता का संकेत देने वाला, इंडिया VIX इंडेक्स आज 3.36% बढ़कर 10.22 पर पहुंच गया। VIX इंडेक्स का बढ़ना आमतौर पर ट्रेडर्स की सतर्कता और शेयर बाजार में गिरावट की संभावना का संकेत देता है।
भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 7 पैसे टूटकर 88.27 प्रति डॉलर पर आ गया। डॉलर की मजबूती और घरेलू इक्विटी मार्केट की कमजोरी ने रुपये को दबाव में रखा।
टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी 25,400–25,600 के दायरे में आ चुका है, जहां से सुस्ती देखी जा रही है। हालांकि, अगर यह सीधे 25,440 के ऊपर निकलता है तो अपट्रेंड 25,600 तक जारी रह सकता है। दूसरी ओर, 25,292/280 से नीचे फिसलने पर गिरावट तेज हो सकती है, हालांकि अभी संकेत किसी बड़ी गिरावट के नहीं हैं।”
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