शेयर बाजार में इन 6 कारणों से तेजी, सेंसेक्स 450 अंक उछला, निफ्टी भी 24,850 के पार
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजार आज 8 अगस्त को मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार करते दिखाई दिए। सेंसेक्स कारोबार में करीब 300 अंकों तक उछल गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत को लेकर बदले सुर और ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूत संकेत से बाजार के सेंटीमेंट को मजूबत मिली है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स सेंसेक्स 296.26 अंक चढ़कर 81,007.02 पर पहुंच गया
Share Market Rise: भारत फोर्ज और अशोक लीलैंड के शेयरों में 4% तक की तेजी देखने को मिली
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजार आज 8 अगस्त को मजबूती के साथ हरे निशान में कारोबार करते दिखाई दिए। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 450 अंक तक उछल गया। वहीं निफ्टी बढ़कर 24875 तक पहुंच गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत को लेकर बदले सुर और ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूत संकेत से बाजार के सेंटीमेंट को मजूबत मिली है।
हालांकि कारोबार के अंत में, सेंसेक्स अधिकतर बढ़त खोकर 76.54 अंक या 0.095 प्रतिशत की तेजी के साथ 80,787.30 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 32.15 अंक या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 24,773.15 पर कारोबार कर था। टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, JSW स्टील, बजाज ऑटो और टाटा स्टील के शेयरों में 3 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की तेजी के पीछे 6 प्रमुख वजहें रहीं-
1) भारत-अमेरिका संबंधों में सुधार की उम्मीद
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमेरिका संबंधों को विशेष बताते हुए कहा है कि "चिंता की कोई बात नहीं है"। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि वह उनकी टिप्पणियों की "गहरी" सराहना करते हैं और "पूरी तरह" उनका समर्थन करते हैं। ट्रंप और मोदी से इस बयान से बाजार का सेंटीमेंट बेहतर हुआ। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इन बयानों से दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर कम होने की उम्मीद बढ़ी है।
2) मजबूत ग्लोबल संकेत
भारतीय शेयर बाजार के खुलने से पहले अधिकतर एशियाई शेयर बाजार भी तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे। साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई का SSE कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स सभी हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। वॉल स्ट्रीय फ्यूचर्स भी हरे निशान में थे, जिसे अमेरिकी शेयर बाजार के बढ़त के साथ खुलने का संकेत माना जा रहा है।
3) जीएसटी दरों में कटौती से मांग में उछाल की उम्मीद
जीएसटी दरों में कटौती के हालिया ऐलान ने भी निवेशकों के मनोबल को ऊंचा किया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट्स वी के विजयकुमार ने कहा, "22 सितंबर के बाद, जब नई जीएसटी दरें लागू होंगी, तो मांग में भारी उछाल आएगा, खासकर ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स वस्तुओं की।"
4) फेडरल रिजर्व की ओर से दरों में कटौती की उम्मीदें
अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है। वहां के कमजोर लेबर आंकड़ों से भी इस कटौती की उम्मीदों को मजबूत मिली है। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट (रिसर्ट) प्रशांत तापसे ने बताया, "फेडरल रिजर्व की 16-17 सितंबर को बैठक होने वाली है। इस बैठक के दौरान ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की उम्मीद है।"
5) ऑटो शेयरों में तेजी
जीएसटी काउंसिल ने छोटी कारों पर जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला किया है। इसके बाद अधिकतर कार कंपनियों ने अपने मॉडल्स के दाम घटाने का ऐलान किया है। इसके चलते आज ऑटो कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिली। निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.5 प्रतिशत से अधिक उछलकर 26,718 पर पहुंच गया। भारत फोर्ज और अशोक लीलैंड के शेयरों में 4 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली।
6) मेटल शेयरों में तेजी
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में स्टील सेक्टर को लेकर पॉजिटिव रुख अपनाया है। ब्रोकरेज ने कहा कि इस सेक्टर को लेकर ग्लोबल परिस्थितियां बेहतर हो रही हैं और मांग में भी सुधार देखने को मिल रहा है। मॉर्गन स्टेनली की इस रिपोर्ट के बाद आज मेटल कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिली। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2027 और वित्त वर्ष 2028 के लिए स्टील कीमतों के अपने अनुमान में 3 प्रतिशत का इजाफा किया है।
टेक्निकल चार्ट से क्या मिल रहे संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट्स आनंद जेम्स ने कहा, "शुक्रवार को 20-दिनों के SMA के ऊपर क्लोजिंग यह संकेत देती है कि बाजार में और ऊपर जाने की जोखिम उठाने की भावना मौजूद है। अगर 24,870 के ऊपर ब्रेकआउट मिलता है, तो बाजार 25,400 की ओर बढ़ सकता है। दूसरी ओर, अगर 24,700 का स्तर नहीं टिक पाया या बाजार 24,500 के नीचे फिसला, तो फिर से 24,075 का स्तर देखने को मिल सकता है।"
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