सरकारी कंपनियों के विनिवेश की नीति में सरकार ने अब बदलाव करने का फैसला लिया है। अब सिर्फ पैसा जुटाने के लिए विनिवेश नहीं किया जाएगा। उधर, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में डीमर्जर के बाद शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग की प्रक्रिया एक महीने में पूरी कर ली जाएगी। विनिवेश के मुद्दे पर हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण रॉय से बातचीत करते समय दीपम सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि अब हम मजबूरी में विनिवेश के लक्ष्य तय नहीं करेंगे। सही वक्त पर CONCOR के विनिवेश का फैसला किया जायेगा। वहीं वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा कि सिर्फ पैसा जुटाने के लिए अब विनिवेश नहीं किया जायेगा।
दीपम सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि 1 जनवरी 2021 PSU कंपनियों का मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपये रहा था। जबकि आज इनका मार्केट कैप 58 लाख करोड़ रुपये आंका जा रहा है। मार्केट कैप में 1 साल में 25 लाख करोड़ रुपये का उछाल देखने को मिला है। सरकारी कंपनियों के गवर्नेंस पर सरकार जोर दे रही है। अब तक 42 लाख करोड़ की वैल्यू अनलॉकिंग हुई है।
मजबूरी में तय नहीं होंगे विनिवेश के लक्ष्य
SCI और CONCOR पर क्या कहा
तुहिन कांता पांडे ने एससीआई के बारे में आगे बात करते हुए कहा कि SCI में डीमर्जर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। डीमर्जर के बाद हम शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग पर आगे बढ़े हैं। अगले 1 महीने में SCI का शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग होने की संभावना है। कंटेनर कॉर्पोरेशन के बारे में उन्होंने कहा कि CONCOR के लिए अभी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी नहीं किया गया है। सही वक्त पर CONCOR के विनिवेश का फैसला किया जायेगा।
वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा-विनिवेश अब मजबूरी नहीं
टीवी सोमनाथन, वित्त सचिव ने लक्ष्मण रॉय से बातचीत करते हुए कहा कि विनिवेश अब मजबूरी नहीं है। विनिवेश को लेकर सरकार ने रणनीति बदली है। अब सिर्फ पैसा जुटाने के लिए विनिवेश नहीं किया जायेगा। विनिवेश का अब टारगेट नहीं दिया जाएगा। बाजार के हालात को देखकर ही विनिवेश का फैसला किया जायेगा। PSU को बेहतर वैल्यू दिलाने पर हमारा फोकस होगा। विनिवेश, डिविडेंड, एसेट मोनेटाइजेश से 50000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। जब जैसी जरूरत होगी तभी विनिवेश किया जायेगा।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)