Year End: साल 2023 में सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी (NSE Nifty) नई ऊंचाई पर पहुंच गए और इनमें लगभग 20 प्रतिशत की तेजी आई। इससे शेयर बाजार के निवेशकों की पूंजी में 82 लाख करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ। शेयर बाजार में तेजी के इस रुख के बीच 2023 में मेनबोर्ड सेगमेंट में कुल 59 IPO ने दस्तक दी। इनमें से 55 ने निवेशकों को एवरेज 45 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, 2023 का साल IPO निवेशकों के लिए बेहद अच्छा साबित हुआ है। इस साल 59 कंपनियां सूचीबद्ध हुईं और उन्होंने 54,000 करोड़ रुपये जुटाए।
इस साल मेनबोर्ड सेगमेंट में आए सभी 59 IPO औसतन लगभग 26.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ लिस्ट हुए। 29 दिसंबर तक 55 IPO पर रिटर्न लगभग 45 प्रतिशत रहा। 59 में से सिर्फ 4 IPO ही ऐसे हैं, जो 29 दिसंबर को अपने IPO प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे थे।
9 स्टॉक्स का प्राइस हुआ डबल
लिस्ट होने के बाद से 59 में से 23 IPO में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई और उनमें से 9 ने IPO प्राइस पर दोगुने से अधिक फायदा कराया। सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनी Indian Renewable Energy Development Agency (IREDA) है। इसके शेयरों ने 29 नवंबर को लिस्टिंग के दिन 32 रुपये के IPO प्राइस से 221.3 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। IREDA ने 29 दिसंबर तक 204 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसके बाद Cyient DLM ने 265 रुपये के IPO प्राइस पर 154.5 प्रतिशत और Netweb Technologies के शेयर ने 500 रुपये के IPO प्राइस पर 140.7 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
Tata Technologies सूचीबद्ध होने के दिन, 500 रुपये के IPO प्राइस पर तीन गुना उछाल के साथ दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनी है। अब भी कंपनी का शेयर, IPO प्राइस से 136 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त हासिल किए हुए है। रियल्टी कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल ने 385 रुपये के IPO प्राइस पर 128 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
2023 में IPO के लिहाज से भारतीय शेयर मार्केट, दुनिया में दूसरे स्थान पर रहा है। पहले स्थान पर चीन है, जहां इस साल विभिन्न कंपनियों ने 240 IPO के जरिए 60 अरब डॉलर से अधिक की राशि जुटाई। भारत में SME सेगमेंट में इस साल 182 SME IPO लॉन्च हुए। इस तरह देश में सालाना आधार पर मेनबोर्ड और IPO दोनों सेगमेंट को मिलाकर IPOs की कुल संख्या में 55.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। इस दौरान भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप लगभग 1 लाख करोड़ डॉलर बढ़कर 4.3 लाख करोड़ डॉलर या 370 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह सालाना आधार पर लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इस साल बाजार में 2.7 करोड़ नए निवेशक आए।