Zee Entertainment Enterprises Share Price: ज़ी एंटरटेनमेंट ने सोनी ग्रुप के साथ मर्जर डील को जल्द पूरा करने का फैसला कर लिया है। Zee ने कुछ लेंडर्स से बातचीत शुरू की है ताकि लोन चुकाकर इस विलय की आखिरी अड़चन भी पार करने की कोशिश में है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि इस विलय के बाद यह 10 अरब डॉलर की मीडिया कंपनी बन जाएगी।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर बताया इंडियन टेलीविजन नेटवर्क ने अपने एक लेंडर्स IDBI Bank को इनसॉल्वेंसी कोर्ट में जाने को कहा है ताकि 1.49 अरब रुपए के लोन की भरपाई हो सके। वहीं ZEE के फाउंडर्स एक्सिस बैंक और जेसी फ्लावर्स की एसेट रीकंस्ट्रक्शन यूनिट से भी अलग से बात कर रहे हैं ताकि दोनों लेंडर्स के 40-40 करोड़ रुपए का लोन चुकाया जा सके।
Zee और सोनी ग्रुप के विलय के लिए लोन का रीपेमेंट काफी अहम है। इस विलय के बाद यह 10 अरब डॉलर की कंपनी हो जाएगी। वहीं इसकी व्यूअरशिप (Viewership) और प्राइसिंग पावर देश में 1.4 अरब लोगों से ज्यादा होगी। नई कंपनी में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया की हिस्सेदारी 50% से कुछ ज्यादा होगी। वहीं Zee के फाउंडर्स के पास 3.99% हिस्सेदारी होगी। बाकी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास होगी।
Zee ने एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि कंपनी और इसके फाउंडर्स को लोन देने वाले क्रेडिटर्स रीपेमेंट के लिए बैंकरप्सी कोर्ट तक जा चुके हैं। पिछले महीने कंपनी ने इंडसइंड बैंक का लोन चुका दिया है और लेंडर्स इस विलय पर अपनी आपत्तियों को वापस ले लेंगे।
इस मामले में एक्सिस बैंक के प्रवक्ता ने कोई कॉमेंट करने से इनकार कर दिया। वहीं Zee, जेसी फ्लावर्स और IDBI Bank की तरफ से भी ईमेल का कोई जवाब नहीं आया है।