Zomato Shares: दलाल स्ट्रीट पर पिछले दो दिनों से ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयरों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इन दो दिनों में इसमें करीब 23 फीसदी की गिरावट आई है। आज यानी मंगलवार 26 जुलाई को BSE पर जोमैटो के शेयर अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए। इस बीच अनुभवी निवेशक शंकर शर्मा (Shankar Sharma) ने कहा कि उन्हें जोमैटो के शेयरों में जारी गिरावट देखकर दीवार फिल्म में अमिताभ बच्चन के एक डायलॉग की याद आ गई।
शंकर शर्मा ने कहा कि जिस तरह अमिताभ बच्चन फिल्म में अपने पिता के मौत की खबर सुनकर कहते हैं कि वह तो 20 साल पहले ही मर गए थे और आज सिर्फ उन्हें जलाया जा रहा है। इसी तरह जोमैटो के शेयरों का खेल भी इसकी लिस्टिंग के दिन ही खत्म हो गया था, अब तो बस उसमें गिरावट आ रही है।
शंकर शर्मा ने एक ट्वीट में कहा, "जोमैटो का शेयर मुझे दीवार फिल्म में अमिताभ बच्चन के उस डायलॉग की याद दिलाता है, जब वह अपने पिता की मौत की खबर सुनने के बाद कहते हैं, "मर तो वो बीस साल पहले गए थे। आज तो सिर्फ उसे जलाया जा रहा है।" जोमैटो के लिए लिस्टिंग के दिन ही खेल खत्म हो गया था।"
शंकर शर्मा के ट्वीट को आप नीचे देख सकते हैं-
बता दें कि मंगलवार 26 जुलाई को कारोबार खत्म होने पर Zomato के शेयर 12.61% गिरकर 41.60 रुपए पर बंद हुए हैं। साथ ही इसकी कीमत इसके 76 रुपये के IPO प्राइस भी 46% नीचे आ गई है।
क्यों आई जोमैटो के शेयरों में गिरावट
Zomato में यह गिरावट उसके शुरुआती निवेशकों के लिए एक साल का लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद आया है। इन निवेशकों के पास कंपनी के 78 फीसदी या करीब 613 करोड़ शेयर थे। शनिवार 23 जुलाई को इन निवेशकों के लिए एक साल का लॉक-इन पीरियड खत्म हुआ था। इसके बाद से ही जोमैटो के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली देखी जा रही है।
क्या है लॉक इन पीरियड का नियम?
लॉक इन पीरियड का नियम उन कंपनियों पर लागू होता है, जिनमें प्रमोटर्स नहीं होते हैं। जोमैटो भी ऐसी ही कंपनियों में शामिल है, जिनमें प्रमोटर होल्डिंग्स जीरो है। नियमों के मुताबिक, जिस कंपनी में प्रमोटर्स नहीं होते हैं उनमें IPO से पहले कंपनी के पास मौजूद इक्विटी शेयर कैपिटल एक शेयरों के अलॉटमेंट से एक साल तक लॉक हो जाती है। इस दौरान, ये शेयरहोल्डर अपना एक भी शेयर बेच नहीं सकते हैं।