कोलन कैंसर, यानी बड़ी आंत का कैंसर, दुनियाभर में तेजी से फैल रही गंभीर बीमारियों में से एक है। लेकिन अच्छी बात ये है कि अगर आप अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें, तो इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। हेल्दी फूड्स में मौजूद पोषक तत्व, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर आंतों को स्वस्थ रखने और कैंसर के रिस्क को घटाने में मदद करते हैं।Photo credit: Canva
दही
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। यह आंतों में सूजन को कम करता है और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है। गैस्ट्रो एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नियमित रूप से दही खाने से कोलन कैंसर का खतरा करीब 7% तक कम हो सकता है। दही को आप रायते, लस्सी या सीधा खाकर डाइट में शामिल कर सकते हैं। Photo credit: Canva
सेब
सेब में फाइबर, क्वेरसेटिन और पॉलीफेनॉल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में मदद करते हैं। खास बात ये है कि इसका छिलका भी बहुत फायदेमंद होता है। रिसर्च के अनुसार, रोज़ एक सेब खाने से कोलन कैंसर का रिस्क लगभग 47% तक घट सकता है। सेब पाचन को भी बेहतर बनाता है और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालता है। Photo credit: Canva
कीवी
कीवी एक ऐसा फल है जिसमें विटामिन C, K और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं जो कैंसर की एक वजह बन सकते हैं। कीवी गट हेल्थ को सुधारता है और लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया को बढ़ाता है, जिससे कोलन कैंसर का खतरा कम होता है। Photo credit: Canva
तरबूज और टमाटर
तरबूज और टमाटर दोनों में लाइकोपीन नाम का शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। यह तत्व आंतों में सूजन और सेल डैमेज से लड़ता है। जहां तरबूज शरीर को डिटॉक्स करता है और पाचन दुरुस्त करता है, वहीं टमाटर कैंसर-रोधी तत्वों के साथ-साथ विटामिन C और पोटैशियम का भी स्रोत है। टमाटर को पका कर खाने से उसका असर और भी बढ़ जाता है। Photo credit: Canva
एवोकाडो
एवोकाडो में फाइबर, हेल्दी फैट्स और विटामिन E मौजूद होते हैं, जो आंतों की कोशिकाओं को पोषण देते हैं और कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकते हैं। इसका नियमित सेवन पाचन को बेहतर करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। रिसर्च के अनुसार, पुरुषों में एवोकाडो खाने से कोलन कैंसर का जोखिम करीब 21% तक कम हो सकता है। Photo credit: Canva
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।