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नवरात्रि, करवा चौथ से दिवाली तक... त्योहारी सीजन में ऐसे खरीदें सोना, वरना हो जाएगा भारी नुकसान

Gold Buying in Festive Season: नवरात्रि, करवा चौथ, दशहरा और दिवाली जैसे त्योहारी सीजन में सोने के गहने खरीदते समय खास सावधानी बरतनी चाहिए, नहीं तो बड़ा नुकसान हो सकता है। यह 8 तरीके आपको गोल्ड में सुरक्षित और समझदारी से निवेश करने में मदद करेंगे।

Edited By: Suneel Kumar
अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 16:50
नवरात्रि, करवा चौथ से दिवाली तक... त्योहारी सीजन में ऐसे खरीदें सोना, वरना हो जाएगा भारी नुकसान

हॉलमार्क चेक करें
हॉलमार्क वाले गहनों में पांच महत्वपूर्ण निशान होते हैं। इनमें भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का लोगो, शुद्धता की जानकारी और एक यूनिक HUID (हॉलमार्किंग यूनिक आइडेंटिफिकेशन) नंबर शामिल होता है। बिना हॉलमार्क के सोना कभी न खरीदें।

शुद्धता की जांच करें
सोने की शुद्धता कैरेट (K) में मापी जाती है। 24K सबसे शुद्ध होता है (99.9%), जबकि अधिकांश गहने 22K के होते हैं। सिर्फ सिक्के और बिस्किट 24K में मिलते हैं। सरकार ने 18 कैरेट और 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी को मान्यता दे रखी है।

सोने का लेटेस्ट रेट जानें
सोने की कीमतें हर दिन बदलती रहती हैं। दुकान पर जाने से पहले अपने शहर में 22K और 24K सोने की दर जरूर चेक करें। इससे आप ज्यादा भुगतान करने से बच जाएंगे। अगर आपको लग रहा है कि सोने का भाव ज्यादा बढ़ सकता है, तो आप जौहरी से बात करके कुछ एडवांस दे सकते हैं। फिर तय दिन पर गहने खरीद सकते हैं।

मेकिंग चार्ज को समझें
मेकिंग चार्ज वह लागत है, जो गहने बनाने में लगती है। जितना सरल डिजाइन होगा, मेकिंग चार्ज उतना ही कम होगा। यह शुल्क प्रति ग्राम या सोने की कीमत का प्रतिशत हो सकता है और त्योहारों के समय कुछ ज्वैलर्स इसे कम या माफ भी कर देते हैं।

वेस्टेज चार्ज की जानकारी लें
गहने बनाने के दौरान सोने की थोड़ी मात्रा खो जाती है, जिसे वेस्टेज चार्ज कहते हैं। कुछ ज्वेलर्स इसे मेकिंग चार्ज में शामिल कर देते हैं, जबकि कुछ अलग से लेते हैं। ज्वेलर्स से कन्फर्म कर लें कि वह इस चार्ज को किस तरह से ले रहा है।

GST की जानकारी रखें
सोने की कुल कीमत पर 3% GST लगता है। उदाहरण के लिए, ₹1,00,000 की सोने की खरीद पर ₹3,000 GST लगेगा। यह दर सभी गोल्ड पर लागू होती है, चाहे वह गोल्ड बिस्किट हो या ज्वेलरी। 

बाय-बैक पॉलिसी समझें
अगर आप भविष्य में पुराने गहनों को नए गहनों के लिए बदलना या बेचना चाहते हैं, तो ज्वैलर की बाय-बैक पॉलिसी जरूर जान लें। इससे आपको सही मूल्य मिलेगा और कोई अतिरिक्त कटौती नहीं होगी।

डिटेल बिल लें
बिल में सोने की शुद्धता (कैरेट और फाइननेस), वजन, मेकिंग चार्ज, GST राशि और HUID नंबर स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए। यह भविष्य में एक्सचेंज या बिक्री के लिए बहुत काम आता है।

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