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Personal Loan vs Gold Loan: पर्सनल लोन या फिर गोल्ड लोन? जानें कौन सा विकल्प है आपके लिए बेहतर

Personal Loan vs Gold Loan: अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर पर्सनल लोन और गोल्ड लोन दोनों ही विकल्प उपलब्ध हैं। जानिए दोनों के फायदे, नुकसान और ब्याज दर की पूरी जानकारी।

अपडेटेड Aug 25, 2025 पर 16:34
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Personal Loan vs Gold Loan: अचानक आने वाले आर्थिक संकट से निपटने के लिए लोन एक कारगर विकल्प हो सकता है। मार्केट में पर्सनल लोन और गोल्ड लोन दोनों ही काफी पॉपुलर हैं, लेकिन सही चुनाव करना अक्सर मुश्किल हो जाता है। यहां जानिए दोनों लोन के फायदे, नुकसान और मुख्य अंतर।

1. गोल्ड लोन क्या है?
गोल्ड लोन में आपको अपना सोना गिरवी रखकर बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से पैसा मिलता है। आमतौर पर 75-80% तक लोन गोल्ड के वैल्यू पर दिया जाता है। लोन पूरा चुकाने के बाद सोना वापस मिल जाता है। यह सिक्योर्ड लोन है।

2. पर्सनल लोन क्या है?
पर्सनल लोन बिना किसी सिक्योरिटी या गिरवी के मिलता है। लोन मिलने की योग्यता आपके इनकम, क्रेडिट स्कोर और जॉब प्रोफाइल पर निर्भर करती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि आपको किसी संपत्ति को गिरवी नहीं रखना पड़ता।

3. गोल्ड लोन की खासियत
गोल्ड लोन का फायदा यह है कि इसमें पैसों के इस्तेमाल पर कोई रोक-टोक नहीं होती। बैंक और NBFC इसे जल्दी अप्रूव कर देते हैं। आपका क्रेडिट स्कोर कमजोर हो तो भी गोल्ड लोन आसानी से मिल जाता है।

4. गोल्ड लोन की कमियां
अगर आप समय पर गोल्ड लोन चुकता नहीं करते, तो बैंक को आपका सोना बेचने का हक होता है। साथ ही, लोन अमाउंट गोल्ड वैल्यू के सिर्फ 80% तक ही मिलता है। यानी जरूरत ज्यादा हो तो यह ऑप्शन लिमिटेड साबित हो सकता है।

5. पर्सनल लोन के फायदे
पर्सनल लोन लेने के लिए किसी प्रकार की सिक्योरिटी नहीं देनी पड़ती। इसका इस्तेमाल शादी, मेडिकल या कर्ज चुकाने जैसे किसी भी काम में किया जा सकता है। यह हाई-इंटरेस्ट क्रेडिट कार्ड की तुलना में सस्ता विकल्प है।

6. पर्सनल लोन की चुनौतियां
पर्सनल लोन में प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्जेज काफी ज्यादा हो सकते हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है, तो लोन मिलने की संभावना घट जाती है। EMI मिस करने पर अगली बार लोन पाना मुश्किल हो सकता है।

7. ब्याज दरों की तुलना
गोल्ड लोन पर ब्याज दरें आमतौर पर 7.7% सालाना से शुरू होती हैं। पर्सनल लोन पर यह दर 8.5% से 13.6% तक हो सकती है। यानी ब्याज के मामले में गोल्ड लोन अपेक्षाकृत सस्ता पड़ सकता है।

8. लोन अमाउंट और टेन्योर
गोल्ड लोन में अधिकतम ₹25 लाख तक मिल सकता है, जबकि पर्सनल लोन ₹50,000 से ₹20 लाख तक मिलता है। टेन्योर की बात करें तो पर्सनल लोन 84 महीने तक का हो सकता है, जबकि गोल्ड लोन अधिकतम 36 महीने का होता है।

9. प्रोसेसिंग टाइम और फीस
गोल्ड लोन 90-120 मिनट में अप्रूव हो सकता है, जबकि पर्सनल लोन में 24 घंटे से लेकर 7 दिन तक लग जाते हैं। गोल्ड लोन पर छोटे अमाउंट पर प्रोसेसिंग फीस नहीं होती, लेकिन पर्सनल लोन पर 1-6% तक चार्ज लगता है।

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10. सही चुनाव कैसे करें?
अगर आपके पास सोना है और जल्दी पैसे चाहिए, तो गोल्ड लोन बेहतर है। वहीं, लंबी अवधि के लिए ज्यादा रकम चाहिए और अच्छा क्रेडिट स्कोर है, तो पर्सनल लोन सही रहेगा। दोनों का चुनाव आपकी जरूरत और क्षमता पर निर्भर करता है।