YES Bank Q2 preview-यस बैंक (YES Bank) अपने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करने वाला है । इस प्राइवेट बैंक के नतीजों को लेकर मार्केट एनालिस्ट के विचार मिलेजुले हैं। एनालिस्टों की आम राय है कि 30 सितंबर 2022 को खत्म हुई वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई में 25-30 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिलेगी। हालांकि बैंक के मुनाफे को लेकर एनालिस्ट की राय बटी हुई है।
बतातें चलें कि हाल ही में बैंक ने अपना सितंबर तिमाही का अपना कारोबारी अपडेट जारी किया था जिसके मुताबिक बैंक के लोन और एडवांसेज में सालाना आधार पर 11.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी और यह 1.92 लाख करोड़ रुपये पर रहा था। इसी तरह बैंक के डिपॉजिट में सालाना आधार पर 13.2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी और यह 2 लाख करोड़ रुपये पर रहा था।
ब्रोकरेज फर्म Nuvama Institutional Equities की राय है कि सितंबर तिमाही में यस बैंक का CASA रेशियो सालाना आधार पर 19.3 फीसदी की बढ़त दिखा सकता है जबकि इसके ब्याज आय में सालाना आधार पर 25.2 फीसदी की बढ़त हो सकती है और यह 1,890 करोड़ रुपये पर रह सकती है। इसी तरह इस अवधि में बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़त के साथ 2.4 फीसदी पर रह सकती है।
Nuvama Institutional Equities का मानना है कि सितंबर तिमाही में बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 32.6 फीसदी की बढ़त के साथ 300 करोड़ रुपये पर रह सकता है जबकि प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP)14.7 फीसदी की गिरावट के साथ 580 करोड़ रुपये पर रह सकता है।
सितंबर तिमाही में अच्छे नतीजों के उम्मीद के बावजूद Nuvama Institutional Equities ने यस बैंक की रेटिंग घटाते हुए इसके लिए 12 रुपये का टारगेट दिया है।
वहीं Kotak Institutional Equities का अनुमान है कि यस बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई में सालाना आधार पर 30 फीसदी की ग्रोथ दिख सकती है जबकि बैंक की NIM 2.5 फीसदी पर रह सकती है। Kotak Institutional Equities का अनुमान है कि सितंबर तिमाही में बैंक को सालाना और तिमाही दोनों आधार पर घाटा हो सकता है। यह घाटा 115.5 करोड़ रुपये पर रह सकता है। Kotak Institutional Equities ने इस स्टॉक को Sell रेटिंग देते हुए इस स्टॉक के लिए 14 रुपये दिया है।
Nirmal Institutional Equities का कहना है कि सितंबर तिमाही में बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई 29 फीसदी की बढ़त के साथ 1,935.4 करोड़ रुपये रह सकती है जबकि PPOP 1.3 फीसदी की गिरावट के साथ 669.3 करोड़ रुपये पर रह सकती है। ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 39.1 फीसदी की बढ़त के साथ 313.7 करोड़ रुपये पर रह सकता है जबकि NIMs सालाना आधार पर 36 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ 2.8 फीसदी पर रह सकता है।
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