बजट कई सेक्टर और शेयरों के लिए निगेटिव दिख रहा है। जिसका असर भी बाजार में देखने को मिला है लेकिन इन्हीं शेयरों के लिए कई तेजी के फैक्टर भी नजर आ रहे हैं। इसलिए बजट के बाद हम लेकर आए हैं BULLS Vs BEAR। आइए जानते है चुनिंदा सेक्टर पर बुल्स और बेयर केस किस तरह असर दिखाएंगे।
सिगरेट कीमतों में 7-8% की बढ़त होगी। छोटी से मध्यम अवधि में वॉल्यूम ग्रोथ सुस्त रहेगी। इसका असर बड़े ब्रांड्स पर ज्यादा देखने को मिलेगा।
CIGARETTE शेयर- बुल्स केस
कीमतों में बढ़त से मार्जिन पर असर कम होगा। DDT खत्म होने से डिविडेंड यील्ड बढ़ेगी। कंपनियों के वैल्युएशन आकर्षक होंगे।
डिडक्शन नियमों में बदलाव निगेटिव है। DDT खत्म होने से टैक्स देनदारी बढ़ेगी। इंश्योरेंस सेक्टर में FDI में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
INSURANCE शेयर- बुल्स केस
नियमों में बदलाव से खास असर की उम्मीद नहीं है। कंपनियां इंश्योरेंस पर जागरुकता बढ़ाएंगी। कंपनियां इंश्योरेंस Penetration बढ़ाएंगी।
बजट में एक्सपोर्ट को लेकर रियायतें नहीं दी गई है। घरेलू डिमांड में कमजोरी बनी हुई है।
PTA पर एंटी डंपिंग ड्यूटी हटाई गई है। Technical Textiles Mission से सेक्टर को फायदा मिलेगा। Technical Textiles Mission के लिए 1480 करोड़ रुपये का आवंटन दिया है।
सरकारी बैंकों के रिकैपिटलाइजेशन का एलान नहीं हुआ है। BPCL, CONCOR के विनिवेश 6-13 महीने की देरी होगी।
DDT खत्म होने से डिविडेंड पेआउट बढ़ेगा। विनिवेश लक्ष्य ज्यादा होने से निजीकरण होगा। सरकारी कंपनियों की री-रेटिंग होगी।