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BitCoin@Record High: ट्रंप के आने की आहट पर चमका बिटक्वॉइन, पहली बार पहुंचा $75000 के पार

BitCoin@Record High: अमेरिकी राष्ट्रपति के नतीजे पर दुनिया भर की निगाहें बनी हुई हैं। डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल कमला हैरिस से रेस में आगे चल रहे हैं। ऐसे में मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन उछलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया और इसने 75 हजार डॉलर के लेवल को छू दिया। जानिए कि बिटक्वॉइन पर किसकी जीत का कैसा असर पड़ेगा?

अपडेटेड Nov 06, 2024 पर 9:35 AM
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BitCoin News: इस साल का राष्ट्रपति चुनाव क्रिप्टो इंडस्ट्री को लेकर काफी अहम है। इसकी वजह ये है कि इस पर चुनाव के दौरान काफी चर्चा हुई।

BitCoin@Record High: मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन की चमक डोनाल्ड ट्रंप की आहट पर चमक गई। अमेरिकी चुनाव के नतीजे अभी आए नहीं हैं लेकिन डोनाल्ड ट्रंप इस रेस में काफी आगे चल रहे हैं जिसके चलते बिटक्वॉइन उछलकर रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया और इसने 75 हजार डॉलर के लेवल को छू दिया। इससे पहले का रिकॉर्ड हाई 73,797.68 डॉलर था जो इसने 14 मार्च को छुआ था। इसके बाद यह 70 हजार डॉलर के नीचे तक आ गया था। आज की बात करें तो फिलहाल बिटक्वॉइन 9.28 फीसदी की बढ़त के साथ 74,362.19 डॉलर के भाव पर है और इसने 75,011.06 डॉलर का रिकॉर्ड हाई लेवल छुआ था।

Trump vs Harris: BitCoin पर किसकी जीत का कैसा असर?

बिटवाइज एसेट मैनेजमेंट के रिसर्च हेड Ryan Rasmussen का कहना है कि चुनाव का क्रिप्टो पर काफी असर है। रेयॉन के मुताबिक जब तक स्पष्ट नतीजे नहीं आ जाते हैं, क्रिप्टोकरेंसीज के भाव में उतार-चढ़ाव दिख सकता है। ट्रंप या हैरिस, किसकी जीत पर कितना असर होगा, इसे लेकर रेयान का कहना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप जीतते हैं तो यह और नई हाई पर पहुंच सकता है जबकि कमला हैरिस जीतती हैं तो हल्की बिकवाली दिख सकती है जिससे रिकवर होने में इसे एक से दो महीने का समय लग सकता है। हालांकि रेयान का यह भी कहना है कि जीत किसी की भी हो, आखिरकार इसे ऊपर ही जाना है।


इस साल का राष्ट्रपति चुनाव क्रिप्टो इंडस्ट्री को लेकर काफी अहम है। इसकी वजह ये है कि इस पर चुनाव के दौरान काफी चर्चा हुई। कई लोग हैरिस की जीत को क्रिप्टो के लिए खतरे के रूप में देख रहे हैं। वहीं ट्रम्प को क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए पॉजिटिव माना जा रहा है क्योंकि उन्होंने इस साल के शुरुआत में खुद को एक प्रो-क्रिप्टो उम्मीदवार के रूप में पेश किया था।

इन वजहों से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के साल में बढ़ी है BitCoin की चमक

इससे पहले वर्ष 2012 के चुनाव में बिटक्वॉइन ने चुनाव के दिन के बाद 90 दिनों में 87%, 2016 में 44% और 2020 में 145% का रिटर्न दिया था। हालांकि इसका एक कारण यह भी है कि चुनावी साल बिटकॉइन के हैल्विंग वर्षों से मेल खाते हैं, जिसमें इसकी सप्लाई घट जाती है। चुनाव के बाद के रिटर्न आमतौर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग के साथ भी मेल खाती है। इस साल ब्याज दरों में और कमी की उम्मीद है।

इसके अलावा बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को सरकार के घाटे की स्थिति से भी सपोर्ट मिल रहा है जो 2024 के वित्तीय वर्ष में 8% बढ़कर $1.8 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। इसके अलावा दोनों उम्मीदवारों ने बढ़ाए गए टैक्स में कटौती के वादा किया है जिससे भी चिंता बनी है। ऐसे में गोल्ड की ही तरह बिटक्वॉइन भी कई निवेशकों के लिए हेजिंग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

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