Cryptocurrencies Scams : क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग बेहद ज्यादा जोखिम भरा है और इनमें भारी उतार-चढ़ाव है। क्रिप्टोज को कोई रेगुलेटरी समर्थन हासिल नहीं है, इसलिए इनमें फ्रॉड और स्कैम्स की खासी ज्यादा संभावनाएं हैं। डोग (DOGE) के कोफाउंडर बिली मार्कस (Billy Markus) ने इस तरह की बातें करके एक बड़ी बहस छेड़ दी है। उन्होंने दावा किया कि 95 फीसदी क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स स्कैम हैं।
Billy Markus की इन बातों ने दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क (Elon Musk) का ध्यान भी अपनी ओर खींचा है। मस्क डोगकॉइन को पसंद करते हैं और इसको लेकर वह खासे मुखर भी रहे हैं। क्रिप्टो इनवेस्टर्स (crypto investors) को लूटने के माध्यम के रूप में कई चर्चित फ्रॉड हो चुके हैं।
अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये Dogecoin के कोफाउंडर बिली मार्कस ने कहा, “लोगों के क्रिप्टो को 95 फीसदी स्कैम और गारबेज और ज्यादातर क्रिप्टो से जुड़े लोगों को बेवकूफ समझने की वजह यह है कि क्रिप्टो 95 फीसदी स्कैम और गारबेज हैं और ज्यादातर क्रिप्टो से जुड़े लोग बेवकूफ हैं।”
उन्होंने कहा, चलिए इसे बदल देते हैं। आपसे शुरू करते हैं- आप किसका समर्थन करते हैं और आप कैसे व्यवहार करते हैं।
इस पर मस्क ने हंसती हुई इमोजी के साथ जवाब दिया। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलॉन मस्क (Elon Musk) ने 2021 की शुरुआत से डोजकॉइन को अपनी पसंद के रूप में जाहिर किया था। मस्क अक्सर मारकस के ट्वीट्स पर उत्तर देते रहे हैं।
मस्क ने डोगकॉइन को बताया था अपनी पसंद
13 मई की शुरुआत में मस्क ने ट्वीट करके कहा था, “मैं डोगकॉइन को पसंद करता हूं, क्योंकि मैं जानता हूं कि यह बेवकूफी है। इसमें एक करेंसी बनने की क्षमताएं हैं।”
पोर्टलैंड, ओरेगोन के बिली मार्कस और सिडनी के जैकसन पामेर द्वारा तैयार Dogecoin (DOGE) एक लोकप्रिय इंटरनेट मीम ‘डोग’ पर आधारित है और साथ ही अपने लोगो पर एक शिबा इनू भी प्रदर्शित करता है।