दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क (Elon Musk) धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। उनके खिलाफ यह दावा अमेरिकी बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने किया है। एसईसी ने इसे लेकर वॉशिंगटन के फेडरल कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर किया है। याचिका में बाजार नियामक का कहना है कि मस्क ने ट्विटर (Twitter) में अपनी बढ़ती हिस्सेदारी को लेकर लंबे समय तक छिपाकर इसके शेयरहोल्डर्स से 15 करोड़ डॉलर (₹1297.96 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी की जबकि वह अधिग्रहण की तैयारी कर रहे थे। अमेरिकी बाजार नियामक ने यह मुकदमा ऐसे समय में किया है, जब अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बनने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं और मस्क ट्रंप के समर्थक हैं।
एसईसी का कहना है कि एलॉन मस्क ने ट्विटर में अपने शेयरहोल्डिंग की जानकारी समय पर नहीं दी जिसके चलते इसके भाव कम ही बने रहे। ऐसे में अधिग्रहण से पहले जिन निवेशकों ने शेयर कम भाव पर बेच दिए थे, उन्हें कम मुनाफा हुआ। एसईसी का कहना है कि अगर वह इस बात का खुलासा जल्द कर देते कि उन्होंने वर्ष 2022 की शुरुआत में ट्विटर की 5 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली है तो इसके शेयर उछल जाते। अमेरिकी बाजार नियामक वर्ष 2022 से ट्विटर में मस्क के निवेश की जांच कर रही है और उनसे यह स्पष्ट करने के लिए कह रही है कि उन्होंने ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी समय पर क्यों नहीं घोषित की।
मार्च 2022 तक एलॉन मस्क के पास ट्विटर की 9 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी हो गई थी। ऐसे में नियमों के मुताबिक खरीदारी के 10 दिनों के भीतर इसका खुलासा करना अनिवार्य था लेकिन मस्क ने इसका खुलासा 11 दिन बाद किया और कंपनी के शेयर 27 फीसदी उछल गए। एसईसी की याचिका में आरोप लगाया गया है कि मस्क की हिस्सेदारी जब 5% के पार गई तो उन्हें बार-बार इसके खुलासे को कहा गया लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया। अमेरिकी बाजार नियामक ने कोर्ट से एलॉन मस्क को सजा देने और शेयरों को कम भाव पर खरीदने से हुए फायदे को लौटाने को कहा है।
Elon Musk के वकील का क्या कहना है?
इस मामले में एलॉन मस्क के वकील एलेक्स स्पाइरो का कहना है कि एसआईसी की यह याचिका इस बात का सबूत है एसईसी वास्तविक केस सामने नहीं ला सकती है क्योंकि एलॉन मस्क ने कुछ गलत नहीं किया है। एजेंसी को भेजे गए मस्क के वकीलों के लेटर के मुताबिक दिसंबर में एसईसी के अटॉर्नी ने मस्क को इस मामले के सेटलमेंट के लिए 20 करोड़ डॉलर चुकाने को कहा था। इस लेटर में स्पाइरो ने कहा कि एसईसी राहत की बात तो कर रही है लेकिन एलॉन मस्क को इरादतन निवेशकों को गुमराह करने का आरोप नहीं लगा रही है। इस मामले में एसईसी ने कुछ नहीं कहा है।