Vladimir Putin India Visit News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले 'इंडिया टुडे' को एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है, जो दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। व्लादिमीर पुतिन ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दबाव में आने वालों में से नहीं हैं। उन्होंने यह बयान इस सवाल के जवाब में दिया गया कि क्या अमेरिका टैरिफ लगाकर भारत पर दबाव डाल रहा है? इंटरव्यू के दौरान पुतिन से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, दिल्ली में पीएम मोदी के साथ उनकी बाइलेटरल बातचीत और भारत-रूस रिश्तों के भविष्य के बारे में उनके विचार पूछे गए।
इंटरव्यू के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी की लीडरशिप की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया ने भारत का मजबूत रुख देखा है। भारत अपनी लीडरशिप पर गर्व कर सकता है। पुतिन ने यह भी कहा कि रूस और भारत के बीच 90 परसेंट से अधिक बाइलेटरल ट्रांजैक्शन सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं। आमने-सामने की बातचीत की शुरुआत में 73 साल के रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि वह अपने दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए भारत की यात्रा करके बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि दोनों भारत में अपनी अगली मीटिंग करने के लिए सहमत हुए हैं।
पुतिन ने आगे कहा कि भारत-रूस सहयोग के बड़े दायरे को देखते हुए चर्चा करने के लिए बहुत कुछ है। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों के अनोखे इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने आजादी के बाद से भारत की तरक्की की भी तारीफ करते हुए कहा कि सिर्फ 77 सालों में देश ने शानदार तरक्की हासिल की है।
सितंबर में चीन में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी चर्चित 'लिमोजीन' राइड के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने इंडिया टुडे को बताया कि कारपूल का आइडिया उनका था। पुतिन ने कहा, "PM मोदी के साथ कार राइड का आइडिया मेरा था। यह हमारी दोस्ती की निशानी थी।"
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि वे समिट के एजेंडा पर बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, "यह पहले से प्लान नहीं था। हम बाहर निकले, मेरी कार वहां थी। मैंने सजेस्ट किया कि हम साथ में राइड करें। यह कोई बहुत बड़ा ऑर्केस्ट्रेशन नहीं था, हम बस दोस्तों की तरह कार में बैठ गए।" उन्होंने आगे कहा, "हमने पूरे ड्राइव के दौरान बात की। चर्चा करने के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है। हम बाद में काफी देर तक कार के अंदर भी बैठे रहे।"
व्लादिमीर पुतिन भारत की दो दिवसीय यात्रा के तहत गुरुवार शाम को नई दिल्ली पहुंचेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सम्मान में उसी दिन एक निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। पुतिन की इस यात्रा का व्यापक उद्देश्य खासकर ऐसे समय में भारत-रूस सामरिक और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना है, जब भारत के अमेरिका के साथ संबंधों में तीव्र गिरावट आई है।
शुक्रवार को होने वाली शिखर वार्ता में रक्षा सहयोग को बढ़ाने, द्विपक्षीय व्यापार को बाहरी दबावों से सुरक्षित रखने और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर में संभावित सहयोग पर विशेष ध्यान दिए जाने की संभावना है। इस वार्ता पर पश्चिमी देशों की पैनी निगाह रहेगी।
रूसी राष्ट्रपति के गुरुवार शाम लगभग साढ़े छह बजे नई दिल्ली पहुंचने की संभावना है। इसके कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी उनके लिए निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। पिछले साल जुलाई में पुतिन ने रूस की यात्रा पर गए पीएम मोदी का इसी प्रकार का मेगा वेलकम किया था।