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Indian Doctor shot in US: भारतीय मूल के मशहूर डॉक्टर की अमेरिका में गोली मारकर हत्या

Indian-origin Doctor shot in US: 38 वर्षों से प्रैक्टिस कर रहे भारतीय मूल के डॉक्टर रमेश बाबू पेरामसेट्टी की अमेरिका के अलबामा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह क्रिमसन केयर नेटवर्क के संस्थापक और मेडिकल डायरेक्टर थे। वह तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के एक नेता के भाई थे

अपडेटेड Aug 26, 2024 पर 2:03 PM
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Indian-origin Doctor shot in US: आंध्र प्रदेश के मूल निवासी डॉ रमेश पेरामसेट्टी की मौत हो गई है

Indian-origin Doctor shot in US: अमेरिकी राज्य अलबामा के टस्कालूसा शहर में भारतीय मूल के एक मशहूर डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। अमेरिका के कई अस्पतालों में बड़े-बड़े ऑपरेशन करने वाले प्रसिद्ध डॉक्टर रमेश पेरामसेट्टी (Doctor Ramesh Peramsetty) की शुक्रवार (23 अगस्त) को गोलीबारी में मौके पर ही मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के मूल निवासी डॉ पेरामसेट्टी स्थानीय डॉक्टरों के एक ग्रुप 'क्रिमसन केयर नेटवर्क' के संस्थापक और मेडिकल डायरेक्टर थे। स्वास्थ्य सेवा में उनके योगदान के लिए उन्हें जाना जाता था। वे टस्कालूसा में एक डॉक्टर के रूप में काम करते थे।

क्रिमसन केयर नेटवर्क (Crimson Care Network) टीम ने डॉक्टर के निधन पर दुख व्यक्त किया। नेटवर्क ने कहा कि वे पेरामसेट्टी की विरासत का सम्मान करना जारी रखेंगे। एक फेसबुक पोस्ट में क्रिमसन केयर नेटवर्क ने कहा, "जैसा कि इस समय बहुत से लोग जानते हैं। हमें डॉ रमेश पेरामसेट्टी के निधन की सूचना मिली है। पेरामसेट्टी परिवार ने हमसे उनके निधन पर शोक जताते हुए उन्हें निजता देने का अनुरोध किया है। उन्हें भरपूर प्यार और विश्वास मिला है। हम उनका सम्मान करना जारी रखेंगे जैसा कि वे चाहते थे। आपकी समझ के लिए धन्यवाद।"

बयान में आगे कहा गया है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में कृपया पेरामसेट्टी और क्रिमसन केयर नेटवर्क परिवार को अपने विचारों और प्रार्थनाओं में रखना जारी रखें। हमारी टीम अगले कुछ दिनों में और बयान देने के लिए तैयार है। हम उनकी विरासत का सम्मान करना जारी रखेंगे। संक्रमण के दौरान हमारे क्लीनिक खुले रहेंगे।


डॉक्टर पेरामसेट्टी कौन थे?

डॉक्टर पेरामसेट्टी के वेडमेड पेज के अनुसार, उन्होंने 1986 में श्री वेंकटेश्वर मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएट किया था। उन्हें 38 वर्षों का डॉक्टरी का अनुभव था। उन्होंने टस्कालोसा और अन्य चार स्थानों पर प्रेक्टिस किया। वे क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र से भी जुड़े थे। उनके पास बाल स्वास्थ्य (DCH) में डिप्लोमा था।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. पेरामसेट्टी ने आंध्र प्रदेश के मेनकुरु हाई स्कूल को 14 लाख रुपये दान किए थे। वहां उन्होंने पढ़ाई की थी। इसके अलावा उन्होंने अपने गांव में एक साईं मंदिर के निर्माण में भी योगदान दिया।

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कुछ स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, चिकित्सा क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के कारण टस्कालूसा की एक सड़क का नाम डॉ. पेरामसेट्टी के सम्मान में रखा गया था। डॉ. पेरामसेट्टी ने कोविड-19 महामारी के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। सभी अमेरिका में बस गए हैं। कई रिपोर्टों के अनुसार, पेरामसेट्टी तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के नेता पेरामसेट्टी रामैया के भाई थे।

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