अमेरिका में एक और भारतीय मूल के छात्र की मौत (Indian-Origin Student Found Dead In US) की दुखद खबर सामने आई है। हालांकि मौत कहां और कैसे हुई इससे जुड़ी जानकारी सामने नहीं आई है। मृतक छात्र की पहचान श्रेयस रेड्डी (Shreyas Reddy) के रूप में हुई है। यह पिछले एक महीने में सामने आया भारतीय छात्र की मौत का चौथा मामला है। इसके पहले नील आचार्य, विवेक सैनी और अकुल धवन की अमेरिका में संदिग्ध हालत में मौत हुई थी। अमेरिकी पुलिस ओहायो में एक भारतीय-अमेरिकी छात्र की मौत के मामले की जांच कर रही है।
न्यूयॉर्क में भारतीय दूतावास ने गुरुवार को कहा कि सिनसिनाटी स्थित 'लिंडनर स्कूल ऑफ बिजनेस' के छात्र श्रेयस रेड्डी बेनिगेरी की मौत के मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी का फिलहाल कोई संदेह नहीं है। वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "ओहायो में भारतीय मूल के छात्र श्रेयस रेड्डी बेनिगेरी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत से गहरा दुख हुआ।"
वाणिज्य दूतावास ने घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, "पुलिस मामले की जांच कर रही है। किसी गड़बड़ी की फिलहाल आशंका नहीं है।" भारत में रह रहे बेनिगेरी के परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि उसके पिता जल्द की भारत से अमेरिका आएंगे।
इससे कुछ ही दिन पहले पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा भारतीय मूल का छात्र नील आचार्य मृत मिला था। इससे पहले, जॉर्जिया राज्य के लिथोनिया शहर में एक बेघर नशे की लत के शिकार व्यक्ति ने 25 वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी के सिर पर करीब 50 बार हथौड़े से हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई।
इसके अलावा इलिनॉय अर्बाना-शैंपेन यूनिवर्सिटी का 18 वर्षीय छात्र अकुल बी धवन पिछले महीने मृत पाया गया था। वह हाइपोथर्मिया ( शरीर की वह स्थिति जिसमें तापमान सामान्य से कम हो जाता है) से पीड़ित पाया गया था।
अमेरिका में इस वक्त 3,00,000 से अधिक भारतीय छात्र हैं। पिछले दो वर्षों में 200,000 छात्रों को अमेरिकी वीजा जारी किया गया है, जिसमें कोविड के बाद भारी वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसिक तनाव, अकेलापन और नारकोटिक्स का सेवन कई मामलों में घातक हो जाता है।