नाटो चीफ (Nato Chief) जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने गुरुवार को यह ऐलान किया कि इस मिलिट्री अलायंस में ही यूक्रेन की सही जगह है। नाटो चीफ यूक्रेन पर रूस के हमले के एक साल बाद वहां की यात्रा पर हैं। नाटो चीफ ने अपनी यात्रा के दौरान यूक्रेन को और भी ज्यादा सपोर्ट करने का वादा किया है।
रूस ने लड़ाई को सही ठहराया
इसी बीच रूस ने यूक्रेन के साथ लड़ाई को सही ठहराया है। गुरुवार को रूस की तरफ से बयान दोहराया गया कि अभी उनका प्रमुख लक्ष्य यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकना है। रूस का मानना है कि यूक्रेन के नाटो में शामिल होने से उसके लिए संभावित खतरा पैदा होगा। नाटो ने साल 2008 में ही कहा था कि यूक्रेन एक ना एक दिन नाटो अलायंस में जरूर शामिल होगा।
नाटो चीफ (Nato Chief) जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने इस दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं यह साफ कर दूं कि यूक्रेन अब यूरो-अटलांटिक फैमिली का ही एक मेंबर है। यानी कि यूक्रेन की सही जगह नाटो अलायंस है। साथ ही इस दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि वे जुलाई में विलनियस, लिथुआनिया में नाटो शिखर सम्मेलन के निमंत्रण के लिए आभारी थे। हालांकि उनके देश को नाटो का मेंबर बनने के लिए एक रोडमैप की जरूरत भी है।
जेलेंस्की ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि नाटो के नेता यूक्रेन की सदस्यता के लिए संभावनाओं को परिभाषित करें। साथ ही इस लक्ष्य की ओर यूक्रेन की पहल को भी परिभाषित करने की जरूरत है। इसके अलावा हमारे राज्य की सुरक्षा की गारंटी को भी परिभाषित किए जाने की जरूरत है। स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि उन्होंने और जेलेंस्की ने यूक्रेन के लिए नाटो समर्थन कार्यक्रम पर चर्चा की है। स्टोलटेनबर्ग ने कहा, "यह आपको सोवियत युग के हथियारों और सिद्धातों से सुरक्षा देने में सहायक होगा। नाटो कल भी यूक्रेन के साथ था, आज भी है और आने वाले वक्त में भी साथ ही रहेगा।
डेनमार्क और नीदरलैंड यूक्रेन को सौंपेंगे टैंक
नाटो चीफ (Nato Chief) जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने यह भी बताया कि डेनमार्क और नीदरलैंड साल 2024 की शुरुआत में ही यूक्रेन को कम से कम 14 नए लियोपार्ड बैटल टैंक सौंपने की प्लानिंग कर रहे हैं। शुक्रवार को जर्मनी में होने वाली बैठक के दौरान देशों से यूक्रेन को और भी ज्यादा सैन्य सहायता और समर्थन दिए जाने का ऐलान भी किया जा सकता है।
वहीं बीते गुरुवार की देर रात रूस के शहर बेलगोरोड में एक बड़ा विस्फोट हुआ। इस पर बयान देते हुए रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके एक वॉर प्लेन ने गलती से यूक्रेन की सीमा के पास बमबारी कर दी थी। इस बममबारी में दो लोगों के घायल होने की खबर आई है। वहीं कई सारे घरों को भी नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन को हाल ही में पश्चिमी देशों से कई सारे हथियार मिले हैं। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही रूस पर सैन्य कार्रवाई को शुरू भी कर सकता है।
रूस कर सकता है न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल
इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि अगर यूक्रेन रूस के कब्जाए गए इलाकों पर फिर से कब्जा जमाने की कोशिश करता है तो जवाबी कार्रवाई के रूप में वह न्यूक्लयर हथियारों का प्रयोग कर सकता है। फिलहाल यूक्रेन नाटो का ऑफीशियल मेंबर नहीं बना है। हालांकि नाटो की तरफ से यूक्रेन को पूरा सपोर्ट भी किया जा रहा है।
फिनलैंड बन चुका है नाटो का मेंबर
बता दें कि नाटो का गठन सोवियत रूस से मुकाबला करने के लिए किया गया था। ऐसा भी कहा जा रहा है कि नाटो और रूस के बीच भी लंबी लड़ाई छिड़ सकती है। एक रूसी प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने से रोकना हमारा लक्ष्य है। अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है तो यह हमारे देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। फिनलैंड इस महीने की शुरुआत में ही नाटो में शामिल हो गया था। हालांकि इससे रूस को जरूर ही एक बड़ा झटका लगा है पर नाटो का कहना है कि इससे रूस को कोई भी खतरा नहीं है।
स्वीडन भी बन सकता है नाटो का हिस्सा
फिनलैंड का पड़ोसी देश स्वीडन भी जल्द ही नाटो का मेंबर बन सकता है। इसे लेकर जल्द ही अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन और नाटो चीफ यूरोपीय देश लिथुआनिया की राजधानी विलनियस में मिलेंगे। नाटो ने पुतिन को किसी भी सदस्य देश पर हमला करने से रोकने के लिए अपनी कोशिशों को तेज भी कर दिया है। शुक्रवार को, स्टोलटेनबर्ग जर्मनी के रामस्टीन एयर बेस में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ यूक्रेन रक्षा संपर्क समूह की बैठक में भाग लेंगे।