दूसरी तिमाही में सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको (Aramco) का नेट प्रॉफिट 40 पर्सेंट की गिरावट के साथ 112.81 अरब रियाल (30.07 अरब डॉलर) रहा है। हाइड्रोकार्बन की कीमतों में गिरावट का असर भी कंपनी की परफॉर्मेंस पर देखने को मिला। हालांकि, कंपनी की दूसरी तिमाही के नतीजे एक्सपर्ट्स के अनुमानों से थोड़ा बेहतर रहे है। एक्सपर्ट्स ने कंपनी का मुनाफा 29.8 अरब डॉलर रहने का अनुमान जताया था।
सऊदी स्टॉक एक्सचेंज टाडावुल (Tadawul ) ने बताया कि नेट प्रॉफिट में गिरावट की मुख्य वजह कच्चे तेल की कीमतों में कमी और रिफाइनिंग व केमिकल मार्जिन कम होना है। आरामको के CEO अमीन नासिर ने बताया, 'आर्थिक चुनौतियों के बावजूद हमें संकेत मिल रहे हैं कि ग्लोबल लेवल पर मांग बनी हुई है। एविएशन सेक्टर में रिकवरी से भी मांग को काफी सहारा मिला है।'
प्रॉफिट में तेज गिरावट के बावजूद अरामको अपनी बाकी समकक्ष कंपनियों की तरह ही डिविडेंट देने की तैयारी में है। कंपनी ने दूसरी तिमाही के लिए भी पहली तिमाही के बराबर ही यानी 19.5 अरब डॉलर का डिविडेंट देने का ऐलान किया है। पहली तिमाही के डिविडेंड का भुगतान दूसरी तिमाही में किया गया, जबकि दूसरी तिमाही के डिविडेंट का भुगतान तीसरी तिमाही में किया जाएगा।
अरामको का यह भी कहना था कि कंपनी का इरादा अगली 6 तिमाहियों में परफॉर्मेंस लिंक्ड डिविडेंड बांटना है। इसकी शुरुआत तीसरी तिमाही से होगी और इस दौरान 9.9 अरब डॉलर के डिविडेंट का भुगतान किया जाएगा। नासिर ने बताया, 'हमारी योजना है कि हम अपने शेयरहोल्डर्स के लिए डिविडेंड का सिलसिला बनाए रखें।'
फाइनेंशियल पोजिशन अब भी बेहतर
क्रिस्टोल एनर्जी (Crystol Energy) के कैरोल नाखले (Carole Nakhle) ने बताया, 'इस तिमाही के नतीजे को बेहतर व फाइनेंशियल पोजिशन मजबूत माना जाता है। हां, यह उतना बेहतर नहीं है, जितना पिछले साल रहा था। हालांकि, यह इंडस्ट्री के रुझानों के मुताबिक ही है।'
संबंधित अवधि में कंपनी की नेट इनकम में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 38 पर्सेंट की गिरावट हुई। पिछले साल की दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट इनकम 48.4 अरब डॉलर था। उस वक्त यूक्रेन पर रूस के हमले की वजह से तेल की कीमतों में जबरदस्त उछाल था और 2022 की दूसरी तिमाही में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 90 पर्सेंट की रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई थी।
कंपनी के प्रॉफिट में गिरावट इंडस्ट्री के मौजूदा रुझानों की तर्ज पर है। दूसरी तिमाही में ब्रिटिश ऑयल कंपनी बीपी (BP) के नेट प्रॉफिट में भी सालाना आधार पर 70 पर्सेंट की गिरावट रही। इसके अलावा, कुछ अन्य ग्लोबल कंपनियों का भी यही हाल है।