Paytm News: फिनटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशन्स (One97 Communications) के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा की कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ने वाली है। अब विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) पेटीएम के सबसे बड़े शेयरहोल्डर हो जाएंगे। पहले सबसे अधिक शेयर ऐंटफिन (AntFin) के पास थे। हालांकि अब आज 7 अगस्त को पेटीएम ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी ऐंटफिन के साथ एक एग्रीमेंट हुआ है जिसके तहत विजय इसकी 10.3 फीसदी हिस्सेदारी ऐंटफिन से खरीदेंगे।
इसका असर पेटीएम के शेयरों पर भी दिख रहा है और इंट्रा-डे में बीएसई पर यह करीब 12 फीसदी उछलकर 887.55 रुपये पर पहुंच गया था। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी नरमी आई है और दिन के आखिरी में यह 6.95 फीसदी की तेजी के साथ 850.75 रुपये (Paytm Share Price) पर बंद हुआ है।
कितनी हो जाएगी Paytm में Vijay Shekhar Sharma की हिस्सेदारी
एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक पेटीएम की 10.3 फीसदी हिस्सेदारी रीसाइलेंट एसेट मैनेजमेंट बीवी खरीदेगी। यह विदेश में स्थित है और इसमें विजय शेखर शर्मा की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। ऐंटफिन के साथ एग्रीमेंट पूरा होने के बाद विजय की इसमें 19.42 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी जबकि ऐंटफिन की हिस्सेदारी घटकर 13.5 फीसदी पर आ जाएगी। यह सौदा मार्केट के बाहर होगा।
कैश पेमेंट में नहीं हो रहा लेन-देन
दोनों पार्टियों के बीच हुए एग्रीमेंट के मुताबिक यह सौदा कैश में नहीं होगा। इसकी बजाय रीसाइलेंट ऐंटफिन को ऑप्शनली कंवर्टिबल डिबेंचर्स (OCDs) जारी करेगी और रीसाइलेंट को ओनरशिप और वोटिंग राइट्स मिलेगा। अब यहां पेटीएम के लिए पॉजिटिव यह है कि चीन की अली बाबा ग्रुप की ऐंटफिन ओसीडी के लिए राजी हुई है यानी कि इसका पेटीएम की कारोबारी ग्रोथ पर भरोसा है। इस सौदे के लिए विजय शेखर शर्मा कुछ गिरवी नहीं रखेंगे, कोई गारंटी नहीं देंगे या कोई अन्य वैल्यू एश्योरेंस भी नहीं दिया जाएगा। चूंकि यह सौदा मौजूदा भाव के हिसाब के हिसाब से होना है तो 4 अगस्त के क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से 10.3 फीसदी हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 62.8 करोड़ डॉलर बैठ रही है।
Alibaba Group पहले ही हो चुका है बाहर
इस साल फरवरी में अलीबाबा ग्रुप ने पेटीएम में अपनी बची हुई हिस्सेगारी 1378 करोड़ रुपये में ब्लॉक डील के जरिए बेच दी थी। फरवरी में अलीबाबा ने 3.4 फीसदी हिस्सेदारी बेच दिया था और उससे पहले जनवरी में भी 3.1 हिस्सेदारी बेच दिया था। ऐंट ग्रुप इसी अलीबाबा ग्रुप का एक हिस्सा है जिसका ऐंटफिन पर मालिकाना हक है। अब ऐंटफिन भी अपनी शेयरहोल्डिंग कम कर रहा है।
सिर्फ ऐंटफिन ही नहीं, पेटीएम के कुछ और शेयरहोल्डर्स भी कंपनी से बाहर निकल रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से सॉफ्टबैंक नियमित रूप से खुले बाजार लेनदेन के माध्यम से थोड़ा-थोड़ा करके शेयर बेच रहा है। जुलाई में शेयरों की बिक्री से इसे 20 करोड़ डॉलर मिले थे। सॉफ्टबैंक की एक इकाई एसवीएफ इंडिया होल्डिंग्स (केमैन) ने फरवरी और मई में 12 करोड़ डॉलर की 2.07 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी थी।