बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के पाकिस्तानी आतंकवादियों ने बोलन जिले में पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला किया, जिसमें ट्रेन का ड्राइवर घायल हो गया और सुरक्षा बलों सहित 400 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया गया। ट्रेन एक घने पहाड़ी वाले इलाके में खड़ी है और पूरी तरह से BLA के कब्जे में है। हमले की जिम्मेदारी लेते हुए समूह ने बंधकों को छुड़ाने की कोशिश करने पर "गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी"। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा की और कहा कि सरकार "निर्दोष यात्रियों पर गोली चलाने वाले जानवरों" को कोई रियायत नहीं देगी।
BLA ने आगे चेतावनी दी है कि अगर सैन्य हस्तक्षेप जारी रहा, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। इस ऑपरेशन का अगुवाई मजीद ब्रिगेड, STOS, फतह स्क्वाड और BLA की जिराब यूनिट कर रही है और किसी भी सैन्य कार्रवाई का निर्णायक जवाब दिया जाएगा।
गुट ने ये भी कहा कि पिछले छह घंटों से बंधक हमारी हिरासत में हैं और गोलीबारी में अब तक से 20 से ज्यादा पाकिस्तानी सेना के जवान मारे गए हैं, जबकि BLA का एक भी लड़ाकू न घायल हुआ और न ही किसी की जान गई।
बलूच लिबरेशन आर्मी यानी BLA शुरुआत से ही पाकिस्तानी सरकार पर बलूचिस्तान पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाती आई है। उसका कहना है कि पाकिस्तान ने मार्च 1948 में उनके पूर्व राजा खान ऑफ कलात को विलय के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया था।
अमेरिका और पाकिस्तान ने BLA को आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है। ये उग्रवादी समूह प्राकृतिक संसाधन संपन्न बलूचिस्तान प्रांत की आजादी की मांग को लेकर पाकिस्तान सरकार के खिलाफ दशकों से विद्रोह कर रहा है।
उग्रवादी पाकिस्तान की केंद्र सरकार पर कम आबादी वाले इस इलाके की तेल और खनिज संपदा का दोहन करने का आरोप लगाते रहे हैं, जबकि प्रांत के जातीय बलूच अल्पसंख्यक भेदभाव का सामना कर रहे हैं और गरीबी से जूझ रहे हैं।
बलूच अल्पसंख्यक पाकिस्तानी सेना पर मानवाधिकारों का हनन करने और जबरन लोगों को गायब करने का आरोप लगाते आए हैं।
मंगलवार को हुए हमले के बाद BLA ने बयान जारी कर कहा, "पाकिस्तानी सेना के जनरल और उनके पंजाबी वर्ग अपनी लग्जरी के लिए इन संसाधनों को लूट रहे हैं। बलूचिस्तान में मौजूद बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन बलूच राष्ट्र के हैं।"
पाकिस्तान के रणनीतिक सहयोगी चीन के इस इलाके में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) बनाने की शुरुआत करने के बाद से प्रांत में आतंकवाद ने रफ्तार पकड़ ली है।
मंगलवार को जारी बयान में सभी विदेशी निवेशकों को “कड़े शब्दों में चेतावनी” दी गई कि वे “कब्जे वाले बलूचिस्तान के संसाधनों के दोहन” में शामिल न हों।
BLA ने अतीत में चीन समर्थित इंफ्रा प्रोजेक्ट और चीनी इंजीनियरों पर भी हमला किया है, जिसके कारण पाकिस्तान को इन प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ानी पड़ी है।
नवंबर 2022 में, BLA ने अपने लड़ाकों को सुरक्षा बलों पर हमले फिर से शुरू करने का आदेश दिया, क्योंकि अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच संघर्ष विराम ने समूह को बढ़ावा दिया। इस्लामाबाद स्थित विश्लेषक अब्दुल्ला खान ने AP को बताया कि बीएलए प्रांत में अन्य समूहों के समर्थन से काम कर रहा है।