'वहां गया तो जल्द मारा जाऊंगा':' भारत आने से बचने के लिए तहव्वुर राणा की नई चाल, अमेरिकी कोर्ट पहुंचा आतंकी

Tahawwur Rana Extradition: भारत लाए जाने से बचने के लिए 26/11 हमले के आरोपी आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा ने आखिरी कोशिश की है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि उसे कुछ ही हफ्तों में भारत लाया जा सकता है। भारत मुंबई पर आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राना को प्रत्यर्पित किए जाने की लंबे समय से मांग कर रहा है

अपडेटेड Mar 06, 2025 पर 7:42 PM
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Tahawwur Rana Extradition: आतंकी ने अंतिम प्रयास के तौर पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है

Tahawwur Rana Extradition: मुंबई 26/11 हमले का आरोपी आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा ने भारत में प्रत्यर्पण किए जाने से बचने के लिए आखिरी कोशिश की है। आतंकी ने भारत में यातना का हवाला देते हुए अपने प्रत्यर्पण को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से तत्काल रोकने की अपील की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राना को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। अब राणा ने भारत में प्रताड़ित किए जाने के जोखिम का हवाला देते हुए अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए अंतिम प्रयास के तौर पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।

63 वर्षीय राणा ने अपनी याचिका में कहा, "अगर रोक नहीं लगाई जाती है, तो कोई समीक्षा नहीं होगी। अमेरिकी अदालतें अपना अधिकार क्षेत्र खो देंगी और याचिकाकर्ता जल्द ही मर जाएगा।" साथ ही आतंकी ने अपने धर्म, पाकिस्तानी मूल और मानवाधिकार रिपोर्ट का हवाला देते हुए अपने प्रत्यर्पण को रोकने की मांग की है।

राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि उनके प्रत्यर्पण पर इमरजेंसी रोक लगाया जाए। अपनी याचिका में राणा ने कहा है कि भारत में उसे प्रताड़ित किए जाने की बहुत आशंका है, क्योंकि वह पाकिस्तानी मूल का मुसलमान है।


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी याचिका में राणा ने कहा कि पाकिस्तान मूल का मुस्लिम होने की वजह से उसे भारत में बहुत अधिक प्रताड़ित किया जाएगा। उसने ह्यूमन राइट्स वॉच 2023 की वर्ल्ड रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि भारत की भारतीय जनता पार्टी की सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेष रूप से मुस्लिमों के साथ भेदभाव करती है।

तहव्वुर राणा ने आगे कहा कि वह कई तरह की बीमारियों से जूझ रहा है। आतंकी ने अदालत को बताया कि वह पार्किंसंस की समस्या से भी जूझ रहा है। इसलिए उसे ऐसी जगह नहीं भेजा जाए, जहां राष्ट्रीय, धार्मिक और सांस्कृतिक तौर पर उन्हें निशाना बनाया जाए।

पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का सपोर्ट करने के लिए अमेरिका में दोषी ठहराया गया था। वह मुंबई हमलों में कथित भूमिका के लिए भारत में वांछित है, जिसमें 174 से अधिक लोग मारे गए थे। भारत की ओर से उसके प्रत्यर्पण की मांग लंबे समय से लंबित है।

पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक और वर्तमान में लॉस एंजिल्स की जेल में बंद राणा पर 2008 के मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली से जुड़े होने का आरोप है। 26 नवंबर 2008 की रात को 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर एक साथ हमला किया था।

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आतंकियों ने दो पांच सितार होटलों, एक अस्पताल, रेलवे स्टेशनों और एक यहूदी केंद्र को निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में 9 आतंकियों समेत 175 लोगों की मौत हुई थी। हमले में शामिल एक आतंकी अजमल कसाब को गिरफ्तार कर लिया गया जिसे 21 नवंबर, 2012 को पुणे के यरवडा जेल में फांसी दे दी गई।

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