Tencent : चीन की दिग्गज गेमिंग और सोशल मीडिया कंपनी टेनसेंट ने 2021 में फ्रॉड के खिलाफ चलाए एक कैंपेन के तहत 70 कर्मचारियों को निकाल दिया है। सीएनबीसी ने मंगलवार को यह खबर दी। इसके अलावा टेनसेंट ने 13 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है। रेगुलेटर्स ने चीन की टेक कंपनियों की स्क्रूटनी बढ़ा दी है। रॉयटर्स के मुताबिक, टेनसेंट जैसी कंपनियों पर मोनोपॉली यानी अपने वर्चस्व का दुरुपयोग करने और यूजर्स के अधिकारों के उल्लंघन का आरोप है।
टेनसेंट और अलीबाबा पर लगाया था जुर्माना
2020 में चीन ने रेगुलेटर्स को अपनी पिछली डील्स के बारे में सही सूचना नहीं देने पर टेनसेंट और ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा पर जुर्माना लगाया था।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार की टेक सेक्टर पर कार्रवाई बिग डाटा पर कंट्रोल स्थापित करने का प्रयास है। कार्रवाई के बीच, चीनी किसी भी संभावित कार्रवाई से बचने के लिए आंतरिक जांच भी तेज कर दी है।
टेनसेंट आंतरिक नतीजों की कर रही जांच
सीएनबीसी के मुताबिक, टेनसेंट 2019 से ही आंतरिक जांच के नतीजों को जारी कर रही है। अपनी हालिया रिपोर्ट में, दिग्गज टेक कंपनी ने गबन और घूसखोरी के मामलों की पहचान की और इस क्रम में कार्रवाई की बात कही। टेनसेंट ने कहा कि उसने अथॉरिटीज को कुछ कर्मचारियों को निकालने की सूचना दी है।
एप्लीकेशंस अपलोड करने से पहले दिए थे जांच के आदेश
बीते साल नवंबर में, चायनीज अथॉरिटीज ने टेनसेंट को अपने नए एप्लीकेशंस और अपडेट्स को अपलोड करने से पहले उनकी जांच करने का आदेश दिया था। टेक कंपनी के कुछ ऐप्स में यूजर्स के अधिकारों के उल्लंघन के आरोप थे। चीन की मिनिस्ट्री ऑफ इंडस्ट्री एंड इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी ने टेनसेंट और अन्य कंपनियों से अपनी पर्सनल इनफोर्मेशन तक पहुंच को ठीक करने के लिए कहा था।
इस घटनाक्रम के बाद टेनसेंट ने कहा था, “हम लगातार अपने ऐप्स के भीतर यूजर प्रोटेक्शन फीचर्स बढ़ाने पर काम कर रहे हैं और रेगुलेटरी कंप्लायंस सुनिश्चित करने के लिए सरकारी एजेंसियों को नियमित रूप से सहयोग दे रहे हैं। हमारे ऐप्स चल रहे हैं और डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं।”