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'बंधकों को रिहा करो, वर्ना सब मारे जाओगे...': डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को दी आखिरी चेतावनी

Donald Trump warns Hamas: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकी सगंठन हमास को आखिरी चेतावनी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, वाशिंगटन ने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह के साथ गुप्त वार्ता की है। इसमें गाजा में नाजुक युद्ध विराम पर असहमति के बीच सभी इजरायली बंधकों को रिहा करने की मांग की गई है

अपडेटेड Mar 06, 2025 पर 11:18 AM
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Donald Trump warns Hamas: डोनाल्ड ट्रंप ने हमास से कहा है कि या तो बंधकों को रिहा करो या फिर मर जाओ

Donald Trump warns Hamas: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी कि अगर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह गाजा में बंधकों को तुरंत रिहा नहीं करता है तो उसे 'बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी'। ट्रंप ने गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने के लिए हमास को आखिरी चेतावनी दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक हैंडल पर 'शालोम' का मतलब बताते हुए हमास को दो विकल्प दिए। ट्रंप ने बुधवार को ट्रुथ सोशल पोस्ट में लिखा, "शालोम हमास" का मतलब नमस्ते और अलविदा है। आप चुन सकते हैं। सभी बंधकों को अभी रिहा करें। बाद में नहीं। ट्रंप ने कहा कि जिन लोगों की आपने हत्या की है, उनके शवों को तुरंत लौटा दें। अन्यथा आपके लिए सब खत्म हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि केवल बीमार और विकृत लोग ही शवों को रखते हैं। आप बीमार और विकृत हैं! ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर कहा, "मैं इजरायल को वह सब कुछ भेज रहा हूं जो उसे काम पूरा करने के लिए चाहिए। अगर आप मेरी बात नहीं मानेंगे तो हमास का एक भी सदस्य सुरक्षित नहीं रहेगा।" BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, ये चेतावनी व्हाइट हाउस की बंधकों के मामले में हमास संग सीधी बातचीत की पुष्टि किए जाने के कुछ ही घंटों बाद दी गई।

वाशिंगटन ने अब तक समूह के साथ सीधे संपर्क से परहेज किया है। अमेरिका की एक पुरानी नीति है कि वह उन संस्थाओं के साथ सीधे संपर्क न करे जिन्हें वह आतंकवादी संगठनों के रूप में सूचीबद्ध करता है। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि अगर बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो "बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।" हालांकि उन्होंने इजरायल को भेजी जा रही सहायता की प्रकृति के बारे में कुछ नहीं बताया।


यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने हमास को धमकी दी है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर में उन्होंने कहा था कि अगर उनके पदभार ग्रहण करने तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो उन्हें "बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी"। यह पोस्ट ट्रंप द्वारा व्हाइट हाउस में बंधकों के एक समूह से मुलाकात के बाद आई थी, जिन्हें हाल ही में युद्धविराम के तहत रिहा किया गया था।

इस बीच, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने पुष्टि की कि बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका सीधे हमास के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि बातचीत से पहले इजरायल से परामर्श किया गया था। लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिकी लोगों के सर्वोत्तम हित में काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि बंधकों के लिए विशेष दूत एडम बोहलर का काम अमेरिकी लोगों के लिए सही काम करने का एक अच्छा प्रयास था।

अमेरिका और हमास के बीच सिक्रेट मीटिंग

एक फिलिस्तीनी सूत्र ने बीबीसी को बताया कि हमास और एक अमेरिकी अधिकारी के बीच "दो प्रत्यक्ष बैठकें" हुई हैं। इजरायल ने कहा कि गाजा में अभी भी 59 बंधक हैं, जिनमें से 24 के जीवित होने का अनुमान है। बंधकों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। वार्ता की खबर सबसे पहले एक्सियोस ने दी थी, जिसने कहा कि दोनों पक्ष अमेरिकी बंधकों की रिहाई के साथ-साथ युद्ध को समाप्त करने के लिए एक व्यापक समझौते पर चर्चा करने के लिए कतर में बैठक कर रहे थे।

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इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उसने प्रत्यक्ष वार्ता के संबंध में "अपनी स्थिति व्यक्त की है।" लेकिन कोई और जानकारी नहीं दी गई। रिपोर्टों के अनुसार, बोहलर ने हाल के हफ्तों में कतर की राजधानी दोहा में हमास के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। हमास का दोहा में 2012 से ही बेस है। ऐसा कहा जाता है कि तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के अनुरोध पर हुआ था।

Akhilesh Nath Tripathi

Akhilesh Nath Tripathi

First Published: Mar 06, 2025 11:15 AM

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