अमेरिकी सरकार पर मंडराता डिफॉल्ट का खतरा अब टल गया है। 1 जून को Senate में यह बिल पास हो गया है। सीनेट अमेरिकी संसद (Congress) का ऊपरी सदन है। Congress के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने इस बिल को 31 मई को ही पास कर दिया था। अब यह बिल हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के पास जाएगा। इस बिल का मकसद अमेरिकी सरकार को ज्यादा कर्ज लेने की इजाजत देना है। कर्ज की सीमा बढ़ाने को लेकर अमेरिकी सरकार और रिपब्लिकन के बीच लंबे समय से गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी। कुछ दिन पहले बाइडने और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर केविन मैककार्थी के बीच इस बिल को लेकर सहमति बनी थी। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी है।